बुजुर्ग महिला के पड़ गए कीड़े, तो निशाने पर आ गया MP का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल

2/15/2021 6:51:53 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): ‘ऊंची दुकान फीका पकवान’ ये कहावत इंदौर में देखने को मिली क्योंकि जो आपको बताने जा रहे हैं उसके लिए लगता है यह कहावत भी बहुत निम्न स्तर की है... दरअसल मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल इंदौर के एमवाय अस्पताल को लेकर समय-समय पर कई तरह की कमियों और लापरवाहियों कि बातें सामने आती रहती है। ऐसा नहीं कि एमवाय अस्पताल के डॉक्टर अच्छा काम और बेहतर सेवाएं नहीं देते बड़े और अच्छे काम भी इस अस्पताल में होते हैं। लेकिन शहर के गांधीनगर इलाके से सामने आए वायरल वीडियो ने कई सरकारी महकमों को हिला कर रख दिया। जिसे देखने के बाद अब मामले में कलेक्टर इंदौर ने जांच आदेश जारी किए हैं।



सोमवार की सुबह एक बुजुर्ग महिला ने अपनी बीमारी और सड़क किनारे पर रहकर जो बात कही उससे मानो इंदौर का सर शर्म से झुक गया। सोशल मीडिया के भागते दौड़ते दौर में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक राहगीर ने सड़क किनारे एक बुजुर्ग महिला से उसके खैरियत पूछी तो अम्मा ने अपना पैर दिखाया। जहां पैर में जख्म के साथ कीड़े पड़ चुके थे। साथ ही उस राहगीर ने उस महिला को अस्पताल भर्ती करने की भी बात कही। राहगीर द्वारा बुजुर्ग महिला को इंदौर के एमवाय अस्पताल करते हुए उसका इलाज कराने की बात कहीं। बुजुर्ग महिला ने जब अस्पताल का नाम सुना तो वह जहर खाकर खुदकुशी करने या कुएं में कूदकर अपनी जान देने को तैयार है लेकिन वह एमवाय अस्पताल नहीं जाएगी। उनका कहना है कि मेरी हालत के जिम्मेदार वही अस्पताल हैं। कुल मिलाकर बुजुर्ग महिला का वीडियो वायरल होने के बाद स्वाथ्य विभाग में एक हलचल सी मच गई। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा यह वीडियो जब शहर के कलेक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन करते हुए मामले में जांच की बात कही। वहीं निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए महिला की इलाज देने की बात कही।



इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले में बड़ा कदम उठाया और महिला को तत्काल अरविंदो अस्पताल पहुंचाया है। अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर्स से बात का होना और महिला के इलाज शुरू होने की बात भी कलेक्टर ने मीडिया से कही। मनीष सिंह ने महिला का डर एम वाय अस्पताल से क्यों है इस मामले के एक जांच कमेटी बनाते हुए मामले की वस्तु स्तिथि तक पहुंचने का जिक्र भी किया है।



आपको ये भी बता दे कि पीड़ित महिला की पारिवारिक जानकारी भी कलेक्टर ने निकलवाई है ओर रिश्तेदारों द्वारा महिला के मकान पर कब्जा करने ओर घर से बेघर करने के मामले में भी अब एक टीम लगाई गई है। इस पूरे मामले में एक बात तो साफ हो गई कि यदि बुजुर्ग महिला को इंसाफ मिलता है तो इसके लिए सबसे ज्यादा योगदान सोशल मीडिया का माना जाएगा।

 

 

 

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This news is Content Writer meena