क्या MP के सुपर सीएम हैं सिंधिया?
7/2/2020 4:07:28 PM
भोपाल: मध्य प्रदेश में गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। इसमें 28 मंत्री और 8 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई। खास बात यह रही कि शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल ज्यादातर चेहरे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। इससे सिंधिया का वर्चस्व और राजनीतिक कद और बढ़ गया है। वहीं विस्तार के बाद सिंधिया ने एक सुपर सीएम की तरह विपक्ष को चुनौती दी है। इस बात सभी भली भांति परिचित है कि कमलनाथ सरकार को आउट और बीजेपी की शिवराज सरकार को सत्ता में लाने में सिंधिया की प्रमुख भूमिका रही है।
सिंधिया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा की जीत होगी। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को कहा कि टाइगर अभी जिंदा है। यह मंत्रिमंडल विस्तार नहीं बल्कि जिम्मेदारी दी गई है। उपचुनाव भाजपा जीतेगी सभी जनसेवक की जीत होगी, किश्तों की सरकार जो 15 महीने चली उसको मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
वहीं इस बात ये भी इंकार नहीं किया जा सकता कि सिंधिया को खुश करने के लिए ही सिंधिया खेमें से 9 और कांग्रेस के 3 ऐसे बागियों को मंत्री बनाया गया है जिन्होंने कमलनाथ सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने के चलते बगावत कर भाजपा का दामन थामा था। हालांकि, ये तीनों भी सिंधिया की अगुवाई में ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। वहीं दो मंत्री पहले से ही शिवराज कैबिनेट में शामिल हैं।
वहीं हाल ही शिवराज सिंह का 'समुद्र मंथन से अमृत निकलता है विष को शिव पी जाते हैं' वाला बयान कहीं न कहीं इस बात की और इशारा करता है कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में सिंधिया एक सुपर हीरो की तरह उभर कर आने वाले हैं। क्योंकि शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल में जिन चेहरों को शामिल करना चाहते थे उन्हे शीर्ष ने दरनिकार दिया। केंद्रीय नेतृत्व भी उपचुनाव से पहले सिंधिया को नाखुश करके कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता।