CM कमलनाथ के करीबियों पर शिकंजा, OSD कक्‍कड़ के घर IT विभाग की रेड

4/7/2019 2:01:48 PM

भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शनिवार रात करीब 3 बजे कमलनाथ के ओएसडी के घर IT का छापा पड़ा। छापे के बारे में लोगों को सुबह पता चला जब उनके इंदौर स्थ‍ित घर के बाहर अध‍िकार‍ियों की काफी भीड़ देखी गई। वहीं इस कार्रवाई में करीब 15 अधिकारी शामिल हैं। ओएसडी प्रवीण कक्कड़ पर आय से अध‍िक संपत्त‍ि का मामला बताया जा रहा है। छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है।

IT के सूत्रों के अनुसार करीब 300 अधिकार‍ियों की टीम देश भर के 50 ठ‍िकानों पर छापेमारी कर रही है। इनमें से सीएम कमलनाथ के ओएसडी के अलावा उनके भांजे रातुल पुरी, अमीरा ग्रुप और मोजेर बेयर पर भी छापे मारे गए हैं। प्रदेश में भोपाल, इंदौर के अलावा गोवा और दिल्ली में भी छापेमार कार्रवाई की गई है।  



मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरे हुए हैं। रातुल पुरी का नाम राजीव सक्सेना से पूछताछ के दौरान छिपा लिया गया था। हालांकि राजीव सक्सेना का दुबई से अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील मामले में प्रत्यर्पण हो गया था। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही भूपेंद्र गुप्ता ओएसडी बने थे, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्हें हटाकर प्रवीण कक्कड़ को मुख्य सचिव बना दिया गया। 

 

बीजेपी हुई हमलावर
आयकर विभाग की इस कार्रवाई के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कांग्रेस पर  निशाना साधा है। 


शोभा ओझा ने किया पलटवार 
बीजेपी के आरोपों का मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा शोभा ओझा ने पलटवार किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर की गई आयकर विभाग की कार्रवाई को, तीन राज्यों में मिली करारी हार से उत्पन्न प्रधानमंत्री मोदी की बौखलाहट करार दिया। ओझा ने  कहा कि, 'चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने और राजनीतिक दबाव बनाने का यह असफल प्रयास है। अभी तीन दिन पहले जब अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के काफिले की चेकिंग के दौरान 1.80 करोड़ रुपये  मिले और जिसकी प्रामाणिक शिकायत कांग्रेस पार्टी ने की। तब क्यों जांच एजेंसियों और चुनाव आयोग ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि कांग्रेस पार्टी ने सीधा शक जाहिर किया था कि वह पैसा वहां दूसरे दिन होने वाली "चोर चौकीदार" की रैली के लिए इस्तेमाल होने वाला था।'      
 

शोभा ओझा ने आगे कहा कि, 'यदि ये छापे राजनीतिक द्वेष से नहीं मारे जा रहे हैं तो फिर अमित शाह, जय शाह, येदियुरप्पा, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह के घर छापे क्यों नहीं मारे जा रहे। जिनके नाम कई बड़े भ्रष्टाचारों में सामने आए हैं। यही भाजपा का दोहरा चरित्र है जिसको पूरा देश देख रहा है और आने वाले चुनावों में करारा जवाब देगा।'

Vikas kumar

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