अविश्वास प्रस्ताव : सांसद राकेश सिंह ने रखा सरकार का पक्ष, पढ़ें खास बातें

7/20/2018 2:28:18 PM

नई दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरु हुई। लोकसभा में प्रस्ताव के खिलाफ सरकार की ओर से जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने अपना पक्ष रखा। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव को देश समझ नहीं पा रहा है। कांग्रेस के कार्यकाल के घोटालों के जिक्र से लेकर कर्नाटक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के आंसुओं तक के मुद्दों पर भाजपा ने कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि देश में पहले भी कई बार अविश्वास प्रस्ताव लाए गए, लेकिन इस बार का ये प्रस्ताव भिन्न है।

पढ़े सांसद राकेश सिंह के भाषण की मुख्य बातें...

लोकतंत्र से की भाषण की शुरूआत

राकेश सिंह ने अपनी भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि लोकतंत्र का मतलब केवल हमारी सरकार नहीं है। न ही लोकतंत्र का अर्थ दूसरे दलों का गला घोंटना है। आज कांग्रेस के साथ जाकर टीडीपी खड़ी है और बिना किसी ठोस कारण के सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। टीडीपी के सांसद जयदेव गल्ला के भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि आज टीडीपी कांग्रेस के साथ जाकर खड़ी हो गई है।

याद दिलाए कुमारस्वामी के आंसू
राकेश सिंह ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के आंसुओं का जिक्र करते हुए टीडीपी सांसद ने कहा कि आप कुमारस्वामी के आंसुओं को कैसे भूल सकते हैं। उन्हें पूरे देश ने रोते हुए देखा है। उन्होंने कहा था कि वे जहर का घूट पीकर रह गए हैं। अब ये नहीं पता अविश्वास प्रस्ताव के साथ खड़े कौन-कौन नेताओं को ये जहर का घूट पीना पड़ेगा।



एक हुए अलग विचारधारा के दल
अविश्वास प्रस्ताव के साथ खड़े दलों को निशाने पर लेते हुए राकेश सिंह ने कहा कि देश के करोड़ों लोगों की आशा के साथ भाजपा सरकार बनी है। इतने भारी बहुमत के साथ चुनी गई सरकार के खिलाफ प्रस्ताव लाना कितना सही है। आज वे दल एक जुट होकर मोदी सरकार के खिलाफ खड़े हैं, जिनकी अलग विचारधारा रही है।

कांग्रेस को एक परिवार सरकार पसंद
गांधी परिवार का घेराव करते हुए राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस को एक ही परिवार से बनी हुई सरकार के अलावा देश में किसी और की सरकार गवारा नहीं है।

मोदी का विजय रथ रोकने की नाकाम कोशिश
राकेश सिंह ने विपक्ष के इस प्रस्ताव को 2019 में मोदी के विजय रथ को रोकने की नाकाम कोशिश बताया है। उन्होंने कहा कि इसका जवाब आने वाले वक्त में देश की जनता देगी। उन्होंने कहा कि इन 70 सालों में 48 वर्ष केवल एक ही परिवार ने देश पर शासन किया। इसमें 17 साल जवाहर लाल नेहरू, 16 साल इंदिरा गांधी, 5 साल राजीव गांधी और 10 साल मनमोहन सिंह के शासन की कमान संभाली। हालांकि मनमोहन सिंह के कार्यक्रम का सारा क्रेडिट सोनिया जी को देना चाहेंगे। इस बीच उन्होंने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि इसी परिवार के कारण आपको कर्नाटक का चेहरा नहीं बनाया गया।



स्कैम की सरकार VS स्कीम की सरकार
राकेश सिंह ने कहा कि आज हम सदन के भीतर खड़े होकर कह सकते है कि इन 48 सालों में कांग्रेस ने केवल स्कैम की सरकार चलाई और हमने स्कीम की सरकार दी है। ये सारे स्कैम वैसे तो देश के माथे पर काले दाग की तहत है। जिनमें 2 जी स्कैम, कॉमनवेल्थ स्कैम, कोल स्कैम, अगस्ता वेस्टलैड स्कैम आदि शामिल हैं।

कांग्रेस ने देश को वोट बैंक में बांटा
कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक कांग्रेस बाबा साहेब अंबेडकर का तिस्कार करती रही, दूसरी ओर बाबा साहेब ने जिस शोषित पीड़ित समाज के लिए लड़ते रहे, कांग्रेस उनको रहनूमा बनाकर वोट बोटरती रही। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में देश को वोट बैंक की तरह बांट कर रखा। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है। लेकिन हमारी सरकार ने कहा कि पहला हक गरीबों का है।

बिना भेदभाव के जरूरतमंदों की मदद की
उन्होंने कहा, 'हमें गर्व है कि आजादी के इतिहास में 70 सालों में योजनाएं अगर धरातल पर दिखी हैं, तो केवल मोदी सरकार के कार्यकाल में। आज इन योजनाएं के कारण गरीब के चेहरे पर खुशी दिखती है। उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, मुद्रा योजना, कौशल विकास योजना आदि शामिल हैं। मोदी सरकार ने 4 साल में लटकी योजनाओं को पूरा किया। हमने बिना किसी भेदभाव के लोगों तक योजनाएं पहुंचाईं। बिना भेदभाव के जरूरतमंदों की मदद की।



दागदार सरकार Vs साफ-सुथरी सरकार
उन्होंने कांग्रेस की सरकार को दागदार बताते हुए कहा कि मोदी ने देश को साफ-सुधरी और दमदार सरकार दी है। ये दमदार सरकार की है जिसके कारण पीएम आवास योजना का जन्म हुआ। दो करोड़ से अधिक गरीबों के लिए आवासों का निर्माण किया गया और 2022 तक सबके सिर पर छत देने का लक्ष्य रखा है।

देश के हितों का बलिदान नहीं दिया जा सकता
उन्होंने आंध्र प्रदेश द्वारा विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर कहा कि किसी एक राज्य की मांग के आधार पर पूरे देश के हीतों का बलिदान नहीं दिया जा सकता है। मध्य प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा कि जब यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान कोयला जैसी चीजों के लिए मुख्यमंत्री को उपवास करना पड़ता था, लेकिन आज देश में इस तहत की परिस्थितियां नहीं हैं।

शापित हो गई कांग्रेस
राकेश सिंह ने प्रस्ताव के खिलाफ बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ जाकर टीडीपी शापित हो गई है। वह क्या बीजेपी को श्राप देगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के साथ देकर कुमारस्वामी आंसू बहा रहे हैं और अब इस प्रस्ताव का साथ देकर भी कई दलों को रोना पड़ेगा।

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