सिंधिया को चुप कराना पड़ा भारी! जीतू के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों पर उतरे सिंधिया समर्थक मंत्री
7/28/2021 1:51:51 PM
भोपाल(इज़हार हसन खान): ज्योतिरादित्य सिंधिया के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनके मध्य प्रदेश सरकार में समर्थित मंत्री फुल फॉर्म पर हैं और वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में एक लफ्ज़ भी सुनना बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं। हालत यह है कि अगर कोई कांग्रेस नेता सोशल मीडिया में भी सिंधिया पर कटाक्ष करता है तो वो उस पर टूट पड़ते हैं। ताजा मामला कांग्रेस के मीडिया विभाग अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी से जुड़ा है।
दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और फिर बीजेपी जॉइन करने के बाद से कांग्रेस के नेता लगातार सिंधिया को बिकाऊ और गद्दार जैसे शब्दों से संबोधित करते आ रहे हैं। सिंधिया ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को हुए घटनाक्रम को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया और कहा कि अब कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ साफ हो गया है।
सिंधिया ने ट्वीट में लिखा- "भूपेश बघेल अपने दामाद का निजी महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं। प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए, वो भी एक ऐसा मेडिकल कॉलेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मडिकल कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा लगाए गए थे। कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ, इसकी परिभाषा अब साफ है!"
सिंधिया का ट्वीट करना था कि सिंधिया पर घात लगाए बैठे मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए सिंधिया को टिकाऊ और बिकाऊ जैसे मामले पर चुप रहने की नसीहत दे डाली। जीतू पटवारी ने ट्वीट कर लिखा-"बिकाऊ/टिकाऊ जैसे शब्द आपके मुंह से सुनकर, यह संसार स्तब्ध हो जाएगा, फिर अपनी ही हंसी रोक नहीं पाएगा! निजी स्वार्थ के लिए "चरण-चाटुकारिता" कैसे की जाए? अवसर का लाभ उठाने के लिए, निष्ठा कैसे प्रमाणित की जाए? यह देश आप ही के चरित्र के जरिए जान चुका है!इसलिए, बेहतर है चुप रहें!"
जीतू पटवारी का सिंधिया को ट्वीट पर लिखना था कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार के सिंधिया समर्थित मंत्री जीतू पटवारी पर टूट पड़े। इसमें सबसे पहले राज्यमंत्री बृजेंद्र यादव आए उन्होंने जीतू पटवारी के ट्वीट पर लिखा-"चरण चाटूकारिता में आपकी पार्टी न जाने कितने मुकाम हासिल कर चुकी है जीतू जी आप भी उसी परंपरा की कड़ी बनते जा रहे हो ऐसी अनर्गल बयानबाजी उसी चाटूकारिता की पहचान है। बोलने व लिखने से पहले सत्ता जाने के बाद से शिथिल पड़ी बुद्धि का थोड़ा तो उपयोग किया करो आखिर कब तक बौखलाहट में जियोगे।"
मामला यहीं नहीं रुका मध्य प्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तो जीतू पटवारी के ट्वीट पर आपत्तिजनक शब्दों का ही इस्तेमाल कर दिया। तो वही कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट भी कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- "निजी स्वार्थ सिद्ध करने के लिए अपनी पार्टी को "तेल लेने" भेजने वाले निष्ठा की बात कर रहे हैं। झूठ से लड़ने की अगर कोई कोशिश करे तो आप और आपके आकाओं के पूरे बदन में आग लग जाती है। अपने स्तर और चाल चरित्र को देखकर @JM_Scindia जी जैसे जनसेवक पर टिप्पणी करा कीजिये @jitupatwari जी।"