फूड पॉइजनिंग से जज और बेटे की मौत, जहरीला आटा बना पुलिस के लिए पहेली!(Video)

7/27/2020 11:15:08 AM

बैतूल: बैतूल जिला न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे अभिनव राज त्रिपाठी की मौत हो गई। मौत का कारण फूड पॉइजनिंग बताया जा रहा है। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया जहां नागुपर में दोनों ने दम तोड़ दिया। फूड पॉइजनिंग से पिता पुत्र की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। इस संदिग्ध मामले में कई खुलासे हो रहे है और बैतूल पुलिस ने उनके बंगले को सील कर जांच शुरू कर दी है। वहीं एक आटे की बोरी भी जब्त की गई है जिसकी बनी रोटियां खाने से फूड पॉइजनिंग होना बताया गया है।



जानकारी के अनुसार, 21 जुलाई की शाम बैतूल जिला न्यायालय के एडीजे यानी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने अपने दोनों बेटों के साथ खाना खाया जिसके बाद तीनों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई । एडीजे त्रिपाठी की पत्नी ट्रेंड नर्स है इसलिए जिला अस्पताल के डॉक्टरों की मदद से दो दिन तक उनका घर में ही इलाज चला लेकिन जब तीनों की हालत बिगड़ी तो उन्हें बैतूल के पाढर अस्पताल में भर्ती किया गया।



जहां एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने अपने बयान में पुलिस से उनके घर मे रखे आटे की जांच करने कहा। इस दौरान उन्हें और उनके दोनों बेटों को नागपुर रैफर किया गया। जहां एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे अभिनव की मौत हो गई। वहीं छोटे बेटे अभिषेक की हालत स्थिर बनी हुई है।



पहले केवल फूड पॉइजनिंग दिख रहा ये मामला अब काफी पेचीदा हो गया है। कई सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब मिलने बाकी है। मसलन 21 जुलाई के दिन एडीजे और उनके दोनों बेटों के लिए 6 रोटियां बनी थीं जबकि उनकी पत्नी ने केवल चावल खाए थे। वहीं जिस आटे की रोटियां बनाई गई थीं वो आटा इंदौर से भेजा गया था। पुलिस ने आटे की बोरी जांच के लिए जब्त कर ली हैं और एडीजे बंगले को सील कर फोरेंसिक जांच भी शुरू कर दी है। ये मामला केवल फ़ूड पॉइज़निंग हैं या इससे आगे कुछ और भी है इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन पुलिस की माने तो इस मामले की तेजी से जांच जारी है और जल्द ही इस पूरे मामले की सच्चाई सामने होगी।

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This news is Edited By meena