भय्यूजी सुसाइड केस : DIG को मिला 11 पन्नों का गुमनाम खत, खुले कई राज

6/29/2018 6:20:55 PM

इंदौर : संत भय्यूजी महाराज की खुदकुशी मामले में जारी पुलिस जांच में दिन ब दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जो कि उनकी पत्नी डॉ. आयुषी की तरफ इशारा कर रहे हैं। मामले में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के पास गुरुवार को 11 पन्नों का एक गुमनाम खत पहुंचा है जिसमें आयुषी पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

खत में लिखा है कि जिस दिन भय्यू जी ने डॉ. आयुषी से शादी की उसके बाद से ही उनकी जिंदगी में उथल-पुथल शुरू हो गई थी। आयुषी ने जहां भय्यूजी को परिवार वालों से अलग करना शुरू कर दिया था वहीं, बेटी कुहू से भी दूरी बनाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था। खत में आरोप लगाया गया है कि उसकी नजरें उनकी प्रॉपर्टी और कैश पर भी थी।

जानकारी के अनुसार यह खत महाराज के सेवादार ने ही भेजा है। खत में आश्रम और परिवार की गोपनीय बातों का भी उल्लेख किया गया है। यहीं नहीं खत लिखने वाले ने इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि वह महाराज का सच्चा सेवादार था और उनकी मौत का राज जानता है और वह चाहता है कि भय्यूजी के हत्यारों को सजा मिले।

सेवादार ने खत में लिखा है कि भय्यूजी पिछले दो साल से मानसिक तनाव में थे। डॉ. आयुषी से शादी के बाद से वह काफी अकेलापन महसूस करने लगे थे। इतना ही नहीं आयुषी उनके हर काम में दखलअंदाजी कर रही थीं और महाराज को रिश्तेदारों से मिलने-जुलने पर भी पाबंदी लगाने लगी थीं।

खत में इस बात का खुलासा भी किया गया है कि आयुषी महाराज की पहली पत्नी माधवी की चर्चा होने पर भड़क जाया करती थीं। यही नहीं उन्होंने घर में लगी उनकी सारी तस्वीरों को भी हटवा दिया था। 11 पन्नों के पत्र में सेवादार ने आयुषी और भय्यू के परिवार से जुड़े कई राज से पर्दा उठाया है। खत मिलने के बाद तुरंत हरकत में आते हुए डीआईजी हरिनारायणचारी ने इसकी सत्यता जांचने के आदेश दे दिए हैं। बता दें कि भय्यू जी ने 12 जून को इंदौर स्थित सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप में अपने बंगले पर गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी।

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