मुस्लिम जोड़े के निकाह के कार्ड पर भगवान गणेश और राधाकृष्ण! धर्म के नाम पर बढ़ती दूरियों के बीच आदर्श बना ये परिवार

5/22/2022 12:38:59 PM

विदिशा/लटेरी(अमित रैकवार): देश प्रदेश में जहां धर्म के नाम पर जमकर सियासत हो रही है। मंदिर मस्जिद विवाद हो रहे हैं, इन सबके बीच मध्य प्रदेश के विदिशा से एक सुकून भरी तस्वीर सामने आई है जो आम जन और धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों के लिए नसीहत भरा संदेश दे रही है। जी हां विदिशा के लटेरी में शादी का एक अनोखा निमंत्रण कार्ड छपवाया गया है। यह कार्ड एक मुस्लिम की शादी का है लेकिन इस पर हिंदी भाषा के साथ भगवान गणेश और राधाकृष्ण के चिन्ह अंकित है।

अपनों की इनायत कभी ख़त्म ना होगी, रिश्तों की मोहब्बत कभी कम ना होगी..!
जिंदगी में अगर साथ अपनों का हो तो, जिंदगी जन्नत से कम ना होगी..!!



ये शादी के उस निमंत्रण पत्र पर लिखा हुआ है जहां आज शादी है और जश्न है। यह शादी विदिशा जिले के आनंदपुर में आज संपन्न होने जा रही है। दरअसल आनंदपुर निवासी मरहूम रुस्तम खान के दोनों बेटे इरशाद और अंसार (पत्रकार) की आज शादी है, एक साथ दोनों बेटों की शादियां तो मरहूम रुस्तम देख न सके पर क्षेत्र में रुस्तम के परिजनों ने क्षेत्र में शादी की अनोखी छाप छोड़ दी।

अंसार और इरशाद ने शादी के निमंत्रण पत्रों पर जश्ने शादी के साथ गणेश प्रतिमा अपने निमंत्रण कार्ड पर अंकित कराई है, साथ ही अंदर की पत्रिका पर गणेश भगवान के साथ राधाकृष्ण अंकित कराए गए हैं। बकायदा मुस्लिम शादी में छपे यह निमंत्रण पत्र क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं।



कहते हैं शादी विवाह सात जन्मों का बंधन होता है जिसे हर कोई यादगार बनाना चाहता है, लिहाजा इसे यादगार बनाने के लिए लोग कोई कसर नहीं छोड़ते। चाहे फिर बात जेब की हो या दिमाग की, खर्च करने में पूरी ताकत लगाते हैं, कोई हवाई जहाज से दुल्हन लाता है तो कोई स्वीमिंग पूल को चुनता है इतना ही नहीं अब तो लोग अंतरिक्ष पर भी जाने लगे हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के विदिशा में दो मुस्लिम नौजवान की शादी की चर्चा अलग वजह से है। और वो है न्योता...यानी ग्रामीण भाषा में निमंत्रण पत्र और शहरी भाषा में, इन्विटेशन कार्ड।



दरअसल आज 22 मई 2022 दिन रविवार को होने वाली इस शादी के कार्ड हिंदी भाषा में छपवाए गए हैं, इतना ही नहीं इन निमंत्रण पत्रों में भगवान गणेश सहित भगवान राधाकृष्ण भी अंकित कराए गए हैं। इतना ही नहीं निमंत्रण पत्र में सुपुत्र, सुपुत्री के साथ प्रतिभोज, दर्शनाभिलाषी जैसे शब्दों का इस्तेमाल इस अपील के साथ किया गया है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और देश में आज भी गंगा जमनी तहज़ीब कायम है। इसका सम्मान करें। मरहूम रुस्तम खान के बेटे इरशाद और अंसार खान की शादी का कार्ड आनंदपुर से निकलकर अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। आमतौर पर वे मुस्लिम भी जो कम पढ़े लिखे होते हैं शादी का कार्ड उर्दू में छपवाते हैं, या इंग्लिश में जबकि मुस्लिम समाज में हिंदी सहित लाल रंग से निमंत्रण पत्र छपवाने से परहेज किया जाता है जबकि इन निमंत्रण पत्रों में बाकायदा भगवान गणेश के साथ राधाकृष्ण के चित्र हिन्दू रीति रिवाजों की तरह प्रकाशित कराए गए हैं।

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This news is Content Writer meena