शिव के इस प्राचीन मंदिर में पहली बार मनाई जा रही है महाशिवरात्रि, ये है वजह

3/11/2021 11:49:27 AM

रतलाम: आज देशभर में महाशिवरात्रि बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। लेकिन आज हम आपको ऐसे शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां इस बार पहली बार शिवरात्रि मनाई जा रही है। यह मंदिर मध्य प्रदेश के रतलाम में स्थित है। तो आईए जानते हैं कि आखिर क्यों इस शिव मंदिर में आज तक कोई पहुंच नहीं पाया और शिवरात्रि क्यों नहीं मनाई गई।



जमीन के अंदर छिपा था यह शिव मंदिर
रतलाम से 45 किलोमीटर दूर माही नदी के किनारे कुछ दूर पैदल चलने के बाद एक पहाड़ी पर करीब एक किलोमीटर की चढ़ाई के बाद यह प्रचीन शिव मंदिर स्थित है। यहां इस बार पहली बार महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा की जा रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इस जगह कुछ दिनों पहले यहां कुछ भी नहीं था। यह एक पहाड़ी का ढलान वाला हिस्सा था, जो पूरी तरह जमीन के अंदर था। आज तो भव्य मंदिर यहां स्थित है वह एक महीने की खुदाई के बाद बाहर निकला है। जब इस मंदिर का पता चला तो भोपाल पुरातत्व विभाग ने 1 माह खुदाई करवाई। तब यह मंदिर जमीन से बाहर निकाला। यह विशाल मंदिर कई सदियों से जमीन के अंदर था। हालांकि इस मंदिर का ऊपरी हिस्सा खंडित हो गया है। लेकिन खंभे और दूसरा हिस्सा अपने पुराने प्राचीन स्वरूप के साथ पूरी तरह सुरक्षित है। इस प्राचीन मंदिर में बारीक नक्काशी के साथ भारतीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है।

12वीं शताब्दी का बताया जा रहा है यह मंदिर
शिव के इस प्राचीन मंदिर की जानकारी जैसे-जैसे लोगों को लग रही है दूर दूर से भक्त यहां दर्शन करने पहुंच रहे हैं। पहली बार महाशिवरात्रि पर महाकाल की विशेष पूजा की जा रही है। मंदिर के आसपास खुदाई में कई प्राचीन प्रतिमाएं निकली हैं। इनमें कुछ देवी-देवताओं और कुछ भारतीय संस्कृति की आकर्षक मूर्तियां हैं। पुरातत्व विभाग के अनुसार, यहां अब तक खुदाई में करीब 250 प्रतिमाएं निकली हैं जिनकी नक्काशी और कलाकृति से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह मंदिर 12वीं शताब्दी में बनाया गया है।

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