संत गुरु घासीदास का विचार ही छत्तीसगढ़ की ताकत, सारंगढ़ से सीएम विष्णुदेव साय का बड़ा ऐलान
Saturday, Dec 20, 2025-07:59 PM (IST)
रायपुर (पुष्पेंद्र सिंह): मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शनिवार को सारंगढ़ स्थित गुरु घासीदास ज्ञान स्थली, पुष्पवाटिका में आयोजित तीन दिवसीय संत गुरु घासीदास रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने ज्ञान स्थली में स्थापित जैतखाम में विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर सतनामी समाज द्वारा मुख्यमंत्री का गजमाला से स्वागत कर प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि संत गुरु घासीदास बाबा का संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ सामाजिक समानता, मानव गरिमा और भाईचारे की मजबूत नींव है। उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास केवल एक समाज के नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के मार्गदर्शक थे। छुआछूत, भेदभाव और रूढ़ियों से जूझते दौर में उन्होंने सत्य, अहिंसा और समरसता का जो मार्ग दिखाया, वह आज भी उतना ही प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाबा गुरु घासीदास जी के विचारों से प्रेरणा लेकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और न्याय पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। समतामूलक समाज की स्थापना, कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बाबा जी का सतनाम दर्शन आज भी समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि दो वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया गया है। प्रदेश में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और किसानों को अंतर की राशि शीघ्र उनके खातों में अंतरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि धान का रकबा और किसानों की संख्या बढ़ना सरकार की नीतियों पर किसानों के विश्वास को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि महतारी वंदन योजना से 70 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता सुदृढ़ हुई है। पीएससी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई गई है तथा नई औद्योगिक नीति के माध्यम से युवाओं को उद्यमी बनने के अवसर दिए जा रहे हैं। उन्होंने सभी वर्गों से संत गुरु घासीदास जी के विचारों को आत्मसात कर विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहभागी बनने का आह्वान किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री और गुरु घासीदास जी के वंशज गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी का संदेश केवल सतनामी समाज के लिए नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए है। उन्होंने कहा कि ‘मनखे-मनखे एक समान’का विचार सामाजिक समरसता और भाईचारे की मजबूत नींव है। बाबा जी द्वारा दिए गए जैतखाम, सादा झंडा, चौकोर चबूतरा और सादा जीवन के संदेश आज भी मानव जीवन को दिशा देते हैं।
मंत्री खुशवंत साहेब ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में अनुसूचित जाति समाज के विकास को नई गति मिली है। गिरौदपुरी और भंडारपुरी धाम के सर्वांगीण विकास के लिए करोड़ों रुपये की स्वीकृतियां दी गई हैं। शिक्षा के क्षेत्र में समाज के उत्थान के लिए प्रतिभावान युवाओं को पायलट प्रशिक्षण हेतु आर्थिक सहायता देने का निर्णय भी लिया गया है। राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में उद्योग, विकास और सामाजिक न्याय को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। कार्यक्रम में सांसद राधेश्याम राठिया, विधायक श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक पदाधिकारी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।

