सुपर गर्ल तनिष्का के लिए आगे आए सांसद लालवानी, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से किया ये अनुरोध

2/5/2021 5:45:04 PM

इंदौर (गौरव कंछल): 12 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा पास करने वाली बिटिया तनिष्का को सांसद शंकर लालवानी के प्रयासों से बीए साइकोलॉजी में एडमिशन मिल गई है।अब सांसद शंकर लालवानी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से मुलाकात कर तनिष्का के बीएएलएलबी में एडमिशन के लिए अनुरोध किया है।

सांसद लालवानी ने कहा कि तनिष्का इंदौर की बिटिया है। उन्होंने कहा कि तनिष्का में अद्भुत प्रतिभाशाली है। सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार से बात कर वह तनिष्का की रुचि के कोर्स में एडमिशन के लिए प्रयास कर रहे हैं।

सांसद लालवानी ने इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह से भी फोन पर इस बारे में बात की और तनिष्का से मुलाकात करने के लिए कहा। कलेक्टर मनीष सिंह ने तनिष्का तिवारी से मुलाकात कर शुभकामनाएं दी और शासन के माध्यम से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।

वहीं, बेटी तनिष्का ने सांसद शंकर लालवानी को अपना अभिभावक बताते हुए हुए उनका धन्यवाद किया। तनिष्का ने कहा कि उनकी सांसद लालवानी से मुलाकात 6 महीने पहले हुई थी। उन्हीं के प्रयासों से उन्हें बीए साइकोलॉजी में एडमिशन मिला है और वे लॉ में एडमिशन के लिए प्रयास कर रहे हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश की 13 साल की तनिष्का सुजीत इस समय राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। तनिष्का ने 11 साल की उम्र में 10वीं की कक्षा पास की और 12 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन में पास की। तनिष्का ने 5वीं तक रेगुलर पढ़ाई की है। उसके बाद राज्यपाल की विशेष अनुमति से सीधे तनिष्का ने 10वीं और फिर 12वीं की कक्षा पास की।

12वीं में लिए 62.8 फीसदी अंक

तनिष्का ने 12वीं की परीक्षा 62.8 फीसदी अंकों से पास की। तनिष्का ने अभी भले ही बीए में एडमिशन लिया है लेकिन वह बीएएलएलबी करने के लिए विशेष अनुमति का इंतजार कर रही है। तनिष्का की माता ने राज्यपाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुमति की अपील की है।

कोरोना से हो गई थी बच्ची के पिता की मौत

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाले खतरनाक कोरोना वायरस की वजह से बीते साल जुलाई में तनिष्का के पिता की मौत हो गई थी। इस छोटी सी उम्र में तनिष्का की इतनी बड़ी उपलब्धि के पीछे उनके पिता का बहुत बड़ा हाथ था।  

एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है तनिष्का का नाम

तनिष्का आंखों पर पट्टी बांधकर पढ़ और लिख सकती हैं। इसके लिए उनका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल है। तनिष्का आंखों पर पट्टी बांधकर रूबिक क्यूब भी सॉल्व कर लेती है।

तनिष्का को है 10 भाषाओं का ज्ञान

इतना ही नहीं तनिष्का बेहद टैलेंटेड है। उन्हें हिंदी, अंग्रेजी के अलावा मलयालम, कन्नड़, तेलुगू, उड़िया, बंगाली, उर्दू समेत 10 भाषाओं का ज्ञान है। खास बात है कि उन्होंने अपनी पढ़ाई घर पर ही रहकर की है। इतनी छोटी उम्र में बीए में एडमिशन मिलने के पीछे उनके पिता का बड़ा हाथ है।

 

shahil sharma

This news is Content Writer shahil sharma