अमेरी एड्स पीड़ित बालिका आश्रम में पुलिस की बर्बरता, बच्चियों के साथ अमानवियता की हद पार

8/18/2020 5:00:48 PM

बिलासपुर(अभिषेक झा): बिलासपुर के अमेरी गांव में एक चौकाने वाला खुलासा सामने आया है। जहां एड्स पीड़ित बच्चियों के साथ बाल खींचने, मारपीट करने जैसी पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं पीड़ित बच्चियों की पैरवी करने वाली हाईकोर्ट अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला के साथ भी मारपीट की गई और उनके कपड़े खींचे गए। पुलिस के बर्ताव को आसपास के कई लोगों ने देखा है।



बता दें सोमवार को पुलिस की टीम के साथ महिला बाल विकास विभाग के बिलासपुर और अलग-अलग जिलों के अधिकारी पहुंचे। इनकी संख्या 15-16 बताई जा रहीं हैं। जिसके बाद प्रत्यक्षदर्शियों और छात्रावास के स्टाफ के मुताबिक पुलिस की टीम सीधे आश्रम के अंदर घुस गई। इनमें जिला बाल विकास अधिकारी सुरेश सिंह और परियोजना अधिकारी पार्वती वर्मा मौजूद थी। उन्होंने बताया कि सभी बच्चों को कलेक्टर के आदेश पर बाहर निकालकर ले जाना है और तुंरत ही सभी बच्चों से कहा गया कि बाहर निकलें। इस पर छात्रावास की अधीक्षिका दीपिका सिंह ने ऑर्डर लैटर दिखाने की बात कही लेकिन पुलिस ने उन्हें लापरवाही से लहराते हुए लैटर दिखाया जिस पर स्टॉफ ने वहां से निकलने को मना कर दिया। जब वे निकलने के लिए तैयार नहीं हुए तो बल का प्रयोग किया गया है।



पंजाब केसरी से बात करते हुए छात्रावास की स्टाफ मेंबर दीपीका सिंह ने कहा कि एक महिला स्टाफ ने उसकी जींस खीचने की कोशिश की। वहीं घबराई प्रियंका ने एक कमरे में बंद होने की कोशिश की तो उसे खींचकर बाहर निकाला गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस बीच पीड़ित बच्चों के साथ मारपीट की गई। कुछ बच्चियां आश्रम से निकलकर भागने लगीं तो उन्हें सौ मीटर तक दौड़ाकर पुलिस ने पकड़ लिया। इस बीच जब मौके पर मौजूद मीडिया या लोगों ने फोटो या वीडियो बनाने चाहे तो पुलिस ने सबका मोबाइल फोन जब्त कर लिया। गांव वालों की माने तो इन बच्चियों के साथ बहुत गलत हुआ है...सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस प्रशासन ने इन बेसहारा बच्च्यों के साथ ऐसा किया क्यो?...हालांकि इस बात का जवाब कोई भी व्यक्ति देने को तैयार नहीं है। साथ ही पुलिस भी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए है।

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