जिस रानी कमलापति को BJP ने आदिवासियों का गौरव बताया, क्या वह मुस्लिम थी?
Sunday, Nov 28, 2021-10:59 AM (IST)

रीवा(सुभाष मिश्रा) : मध्य प्रदेश में इमारतों, नगरों और स्टेशनों के नाम बदलने की राजनीति हावी है। सरकार ने एक ओर हबीबगंज, पातालपानी, मिंटो हॉल का नाम बदल दिए हैं, वहीं कांग्रेस इसे ओछी राजनीति बता रही है। सबसे ज्यादा विवाद हबीबगंज का नाम बदलकर कमलापति रेलवे स्टेशन रखने को लेकर हो रहा है। इसे लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने सवाल खड़े किए हैं। राजमणि ने दावा किया है कि रानी कमलापति मुस्लिम महिला थी और सरकार धर्म के नाम पर बंटवारा कर रही है। अब रानी कमलापति के नामकरण को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने जो बयान दिया है, उससे विवाद गहराने की आशंका बढ़ गई है।
आदिवासी नहीं मुस्लिम थी रानी कमलापति
अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने शनिवार को मीडिया से चर्चा करते हुए आदिवासी रानी कमलापति को मुस्लिम रानी करार दिया है। कांग्रेस सांसद का कहना है कि पीएम मोदी ने आदिवासी गौरव दिवस पर हबीबगंज का लोकार्पण किया और इसका नाम कमलापति रेलवे स्टेशन रखा। लेकिन आदिवासी रानी कमलापति का विवाह मुस्लिम से हुआ था। अब पीएम मोदी स्पष्ट करें कि रानी मुस्लिम थी या हिंदू। भाजपा हिंदू-मुस्लिम में राजनीति क्यों करती है?
कंगना रनौत पर भी साधा निशाना
राज्यसभा सांसद ने अभिनेत्री कंगना रनौत के देश की आजादी वाले बयान पर भी कटाक्ष करते हुए सरकार से सवाल किया है कि आखिर 15 अगस्त 1947 को देश की मिली भीख वाली आजादी की वर्षगांठ अब क्यों मनाया जा रहा है, जबकि अभिनेत्री का कहना है कि भारत को असली आजादी 2014 में मिली है। ऐसे में सरकार को अब उसी तारीख पर वर्षगांठ मनानी चाहिए। कंगना पर तंज कसते हुए सवाल किया कि क्या स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लड़ाई का उनकी नजर में कोई मोल नहीं रह गया है।