कमलनाथ को महाकौशल में पहचान दिलाने वाले 'राम' अब बन सकते है बीजेपी के अमोघ अस्त्र

8/6/2020 5:29:44 PM

जबलपुर(विवेक तिवारी): आज कमलनाथ मध्यप्रदेश में राम के सहारे ही अपनी सत्ता की नाव को आगे बढ़ाने के लिए जुटे हुए हैं, लेकिन कभी महाकौशल की राजनीति में इन्हीं राम के सहारे कांग्रेस सबसे आगे हुआ करती थी। महाकौशल की चुनावी रणनीति को सफल बनाने में राम का ही सहारा हुआ करता था राम के सहारे ही नाथ हुआ करते थे लेकिन वक्त ने करवट बदली और सत्ता में आने के बाद ही 15 महीने बाद ही कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण था एक साथ कांग्रेसी विधायकों का पार्टी छोड़ना। साल 2018 में भी कुछ ऐसा ही हुआ। जब जबलपुर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राममूर्ति मिश्रा ने कांग्रेस का दामन छोड़ भगवा धारण किया था। आज यही भगवा अब कांग्रेस के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है।

PunjabKesari
राममय हुए राममूर्ति
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद राममूर्ति मिश्रा ने भगवाधारी हो गए। राम मंदिर भूमिपूजन पर उन्होंने अपने निवास पर दिवाली जैसी सजावट की। घर के बाहर पटाखे फोड़े। अंदर दीपों की माला की और संगीत की धुन में भी राम का गुणगान किया। इस तरह की चर्चा इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि एक समय था जब राममूर्ति मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेहद खास हुआ करते थे महाकौशल की राजनीति में तो मानो कमलनाथ को स्थापित करने वाले ही राममूर्ति मिश्रा ही थे।

PunjabKesari
इन के ही सहारे नाथ आगे बढ़ा करते थे लेकिन अब राम बीजेपी के हो गए हैं और बीजेपी के होने के बाद रंग भी कुछ अलग ही है और यही चुनौती आने वाले वक्त में कांग्रेस के लिए बनने जा रही है। राममूर्ति मिश्रा का बीजेपी में आना कांग्रेस के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है। बीजेपी लगातार जबलपुर से राममूर्ति मिश्रा को आगे बढ़ा रही है जोकि महाकौशल की राजनीति के आने वाले वक्त में बड़े चेहरे हो सकते हैं।
PunjabKesari
एक कांग्रेस नेता का इस तरह का परिवर्तित रूप आपने पहले कभी नहीं देखा होगा लेकिन आज जो आप राममूर्ति की तस्वीर देख रहे हैं वह बीजेपी के लिए महाकौशल में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रही है। राम मंदिर शिलान्यास के वक्त खुशी का इजहार इस कदर हुआ, घर इस तरह से सजा की भोपाल का कांग्रेस कार्यालय भी फीका पड़ गया। घंटों यहां पर आतिशबाजी होती रही लोग एक दूसरे को बधाई देते रहे, नाचते रहे, गाते रहे, गुनगुनाते रहे और राम राम के जयकारे लगाते रहे।
PunjabKesari

वैसे तो बीजेपी में कांग्रेस से आए नेताओं की झड़ी लग गई है लेकिन वे अपनी पुरानी छवि को अलग नहीं कर पा रहे हैं वे छवि बदलना तो चाहते हैं लेकिन आलोचना के शिकार हो जाते हैं। आने वाले उपचुनाव में भी यही मुसीबत बीजेपी के लिए बनी हुई है। खासकर उन नेताओं के लिए जो कांग्रेस का दामन छोड़कर अभी-अभी बीजेपी ज्वाइन किए हैं और उन्हें चुनावी मैदान में उतरना है। वह अभी समझ नहीं पा रहे कि बीजेपी में सेट कैसे होना है। जनता के बीच उनकी छवि आज भी नकारात्मक ही बनी हुई है।

PunjabKesari
अगर वे भगवा रंग में रंगने का प्रयास भी करते हैं तो उन्हें नौटंकी करार दे दिया जाता है लेकिन यहां पर पंडित राममूर्ति मिश्रा बीजेपी के लिए सबसे बड़ा शस्त्र बन कर तैयार बैठे हैं। वैसे भी महाकौशल में बीजेपी को वरिष्ठ और हिंदुत्ववादी सोच वाले ब्राह्मण नेता की तलाश थी जो इस तस्वीर को देखने के बाद पूरी होने जा रही है। जाहिर तौर पर जिस तरह से बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर बीडी शर्मा को कमान सौंपी है। यह तय है आने वाले वक्त में पंडित राममूर्ति मिश्रा बीजेपी के लिए एक अमोघ अस्त्र बनकर महाकौशल की राजनीति में उतर सकते हैं और खासकर कमलनाथ की काट के तौर पर बीजेपी इन को आगे कर सकती है। हालांकि यह वक्त की गर्त में ही अभी है लेकिन यह तस्वीर भविष्य की कहानी को खुद बयां कर रही है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

meena

Recommended News

Related News