लव जिहाद कानून के प्रचार में टोपी वाले शख्स को जेल ! बीजेपी नेताओं की हरकत पर बवाल...
3/12/2021 4:49:34 PM
भोपाल: मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ बने धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के विधानसभा में पारित होने के बाद सीएम शिवराज और उनके मंत्रियों की प्रतिक्रिया ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। दरअसल, सियासी हलचल बीजेपी नेताओं के उस ट्वीट पर शुरु हुई है जिसमें टोपी पहने शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया गया है। जिस पर बीजेपी नेताओं का कहना है कि इसमें कुछ गलत नहीं है वहीं कांग्रेस इस पर एतराज जता रही है। यहां तक कि कांग्रेस नेता कोर्ट जाने की धमकी दे रहे हैं।
बात यदि लव जिहाद के खिलाफ कानून की करे तो इसका सभी ने दिल खोल कर समर्थन किया विधानसभा में पारित होने से पहले ही इसके तहत कई कार्रवाईयां भी की गई। लेकिन माहौल तब बिगड़ा जब इस बिल के विधानसभा में पारित होने के बाद भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा ''मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा जी का आभार।'' इस कैप्शन के साथ जो फोटो शेयर किया गया उसमें एक टोपी धारी शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया है। जो किसी धर्मविशेष की ओर इंगित करता है।
धर्म स्वतंत्रय विधेयक विधानसभा में पारित। pic.twitter.com/dVSMNrjERG
— Dr. Arvind Singh Bhadoria (@bhadoriabjp) March 9, 2021
धर्म विशेष को लेकर छिड़ी इस चिंगारी को हवा देने वाले रामेश्वर शर्मा अकेले नहीं हैं बल्कि शिवराज सरकार में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने इसी तरह के फोटो शेयर करके आग में घी का काम किया। इसमें उन्होंने लिखा कि 'धर्म स्वतंत्रय विधेयक विधानसभा में पारित'। देखते ही दखते ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए और विवाद खड़ा हो गया। इससे भी बड़ी बात यह कि जब इस संबंध में रामेश्वर शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक जितने भी लव जिहाद के केस दर्ज किए गए हैं, उनमें सम्प्रदाय विशेष के युवक ही आरोपी हैं, इसलिए उन्होंने यह फोटो लगाए हैं। रामेश्वर शर्मा ने यह भी कहा कि ''इस बिल के पास होने के बाद अब कोई हिन्दू बहन-बेटियों के साथ धोखा नहीं करेगा''।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) March 8, 2021
ग्रह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा जी का आभार . #LoveJihad pic.twitter.com/BZNm8IDvTr
वहीं इस मामले में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने भी इस मामले में स्पष्ट किया कि 'हमें रेहान के लव से नहीं बल्कि रेहान के रमेश बनकर लव करने से प्रॉब्लम है। यही लव जिहाद है जिसे रोकने के लिए कानून लाया गया है। अभी तक जितने भी केस सामने आए हैं, उनमें धर्म विशेष के ही लोग हैं। जिससे यह पता चलता है कि बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से यह सोच समझकर षड्यंत्र करते हैं और धर्म परिवर्तन करवाते हैं'।
भाजपा नेताओं की बयानबाजी के बाद कांग्रेस भी सामने आई। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर मुसलमानों को निशाने पर ले रही है। कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने पूछा है कि ''क्या धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम सिर्फ एक धर्म पर ही लागू होगा? जो टोपी पहने शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया गया है।'' इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि वो इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के साथ-साथ भाजपा नेताओं के विवादित ट्वीट को भी चुनौती देंगे। वे इसके लिए कानून के जानकारों से सलाह भी ले रहे हैं।