सिंधिया का ग्वालियर संसदीय सीट पर फोकस, क्या BJP हाईकमान पूरी करेगा सिंधिया की डिमांड?

3/13/2021 7:31:12 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में आए एक साल पूरा हो गया। कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी में आकर वे केंद्र की ओर रुख करेंगे लेकिन हाल ही में उनकी सक्रियता ग्वालियर सांसदीय क्षेत्र में ज्यादा देखने को मिल रही है। क्योंकि शहर में जो भी विकास कार्य हो रहे हैं उनका पूरा श्रेय भी सिंधिया ले रहे हैं। कहा जा सकता है कि गुना से पिछला लोकसभा का चुनाव हारने के बाद वे ग्वालियर की ओर रुख कर सकते हैं। खुद को ग्वालियर में स्थापित करने के लिए सिंधिया लगातार ग्वालियर में सक्रिय नजर आए हैं। चाहे वो कोई राजनीतिक हो या महाशिवरात्रि का धार्मिक कार्यक्रम। आईए उन पहलूओं पर नजर डालते हैं जिनसे जो इस बात के पुख्ता संकेत देते हैं।

  •  हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद विवेक नारायण शेजवलकर से मिलने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सिंधिया और विवेक शेजवलकर के बीच अंदरूनी दूरियों थी जिन्हें दूर करने के लिए सिंधिया स्वयं सांसद शेजवलकर के घर पहुंचे। उन्होंने शेजवलकर के पूरे परिवार से मुलाकात की। शेजवलकर ने भी सिंधिया का स्वागत किया। इस दौरान उनके पिता स्व. माधवराव सिंधिया को जनसंघ में शामिल कराने वाली रसीद भी सांसद विवेक शेजवलकर ने उन्हें सौंपी।
  • बीते गुरुवार को सिंधिया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह यशवंत इंदापुरकर से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे। दोनों के बीच करीब 15 मिनट तक एकांत में चर्चा हुई। सिंधिया की इस मुलाकात के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि इंदापुरकर ने इसे सौजन्य भेंट बताया था।
  • चंबल से ग्वालियर तक पानी लाने के लिए केंद्र से 250 करोड़ की योजना मंजूर मिली तो इसका सेहरा भी सिंधिया के सिर बांधा गया। इसके अलावा शहर की स्वर्ण रेखा नदी के विकास की बात हो या डीआरडीओ के 200 मीटर के दायरे में सुप्रीम कोर्ट ने अवैध घोषित कर मकानों को तोड़ने के आदेश हो इन सबका सिंधिया ने यह कहकर श्रेय लिया कि उन्होंने इस संबंध में रक्षा मंत्री को पत्र लिखे हैं। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के लिए हेरिटेज लुक देने के लिए हाल ही में 80 करोड़ रुपये की योजना मंजूरी मिली इसको भी ज्योतिरादित्य ने केंद्र में अपने पत्राचार का नतीजा बताया।

कुल मिलाकर कहा जाए तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर संभाग में अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने के लिए पिछले कई महीनों से जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। ग्वालियर संसदीय सीट पर अपनी जगह पक्की करने तैयारी में हैं। यही वजह है कि ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में जितने भी विकास कार्य शहर में हो रहे हैं उनका श्रेय सिंधिया ले रह हैं। इसकी बड़ी वजह यह भी है कि अपनी परंपरागत सीट गुना से सिंधिया हार का सामना कर चुके हैं।

 

 

meena

This news is Content Writer meena