तानसेन की नगरी में सजेगी सुरों की महफिल, देश-विदेश से आएंगे कई कलाकार

12/26/2020 2:12:16 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): सुरों के सारताज कहे जाने वाले तानसेन की याद में ग्वालियर में आज से तानसेन समारोह का आगाज हो गया है। परम्परागत तरीके से शुरू हुए इस समारोह में सबसे पहले समधि स्थल पर हरिकथा और मिलाद का आयोजन किया गया। इसके बाद शाम को शिवराज सरकार की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि शामिल होगीं। समारोह में पंडित सतीश व्यास को राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण मिलेगा। खास बात ये है कि इस समारोह में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 37 कलाकार गायन व वादन की प्रस्तुति देंगे।

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तानसेन की महफिल सज चुकी है...
हर कोई बस तानसेन की समधि पर आकर तानसेन के रंग की कोशिश में रंग गया है। चाहे फिर हिंदू हो या मुस्लिम सब कोई अपने-अपने तरीके से उन्हे श्रद्धांजलि देने की कोशिश में लग गए है। सबसे पहले ढोली बुआ महाराज के शिष्यों ने तानसेन की समधि पर श्रद्धाजंलि दी। तो वहीं मुस्लिम समाज की और से उनके लिए मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया।

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ऐसे में रासिकों के पहुंचने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। तानसेन समारोह को लेकर दूर-दराज से लोगों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है। कुछ रसिक प्रेमी तो ऐसे भी जो अपनी पैदाईश के बाद से ही तानसेन समारोह में देखने ओर सुनने आ रहे है। लेकिन इस बार देश के कलाकारों के साथ कुछ तानसेन प्रेमी भी समारोह अपनी प्रस्तुति देंगे। जिसको लेकर रासिक उत्साहित है। ग्वालियर संभाग के कमिश्नर के मुताबिक तानसेन समारोह में गंगा जमुना तहजीब दिखाई देती है।

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आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरूआत तत्तकालीन माधवराव सिंधिया ने 1924 में की थी। जिसके बाद से लगातार इस समारोह को मनाया जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले इस समारोह में देश-विदेश की कलाकार शिरकत करते थे। लेकिन जब से तानसेन समारोह को मप्र ने अपने जिम्मे लिया लेकिन धीरे-धीरे अब इस आयोजन में गिरावट आने लगी थी।


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meena

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