फ्री फायर गेम के लिए 12वीं के छात्र ने टीचर से मांगा टेरर टैक्स! बोला- 8 लाख नहीं दिए तो परिवार...

8/11/2021 7:17:39 PM

भिंड(योगेंद्र भदौरिया): मध्यप्रदेश के भिंड जिले में फ्री फायर गेम खेलने के शौकीन नाबालिग किशोर द्वारा गेम की आईडी खरीदने के लिए 8 लाख रुपये का टेरर टैक्स मांगे जाने का मामला सामने आया है। नाबालिग द्वारा अपने ऑनलाइन दोस्तों के साथ योजना बनाकर पहले पर्चा फेंककर, फिर मोबाइल से मैसेज भेजकर और फिर कॉल कर अपनी टीचर से ही 8 लाख रुपये का टेरर टैक्स मांगा गया और ना देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया और फिर उसे नोटिस देकर छोड़ दिया।

ताज़ा मामला भिंड ज़िले में सामने आया है, जहां 12 वीं के एक छात्र को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पिता ने मोबाइल खरीदकर दिया। लेकिन छात्र ऑनलाइन गेम फ्री फायर खेलने में लग गया और 20 हजार रुपये गंवा दिए। आगे खेलने के लिए आईडी खरीदने के लिए उसे 35 हजार रुपये की जरूरत थी, जिसके लिए स्कूली छात्र द्वारा उसे पढ़ा चुकी अपनी टीचर के परिवार को टेरर टैक्स की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी तक दी गई। धमकी के बाद परिवार पूरे दो दिन दहशत में रहा जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो गया। मामले का खुलासा उस वक़्त हुआ जब दबोह का रहने वाला रामेश्वर दयाल शर्मा का परिवार दबोह थाने पहुंचा और अज्ञात व्यक्ति द्वारा पर्चा फेंककर और मोबाइल फ़ोन पर मैसेज और कॉल के जरिये पैसे मांगने और ना देने पर अंजाम भुगतने की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई गई।



दबोह के वार्ड नंबर 11 के रहने वाले रामेश्वर दयाल शर्मा के घर रविवार को एक किशोर ने पत्थर में लपेट कर पर्चा फेंका था, जिसमें एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। साथ ही लिखा गया था कि इस नंबर पर तुरंत कॉल करें नहीं तो अपने परिजनों में से किसी को खो दोगे। इस तरह की धमकी मिलने के बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने कई बार पर्चे में लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जिसपर उन्हें लगा कि किसी ने शरारत की होगी। लेकिन पीड़ित परिवार ने बताया कि क़रीब रात नौ बजे उनके मोबाइल पर इसी तरह के धमकी भरे मैसेज आए। बात यहीं नहीं रुकी, सोमवार को एक अज्ञात शख़्स ने फ़ोन कर पीड़ित परिवार को फिरौती के लिए धमकी दी। जिसमें उनसे कहा गया कि 12 बजे तक अगर आठ लाख रुपये खाते में नहीं डाले तो परिवार के किसी एक शख़्स की हत्या कर दी जाएगी। सीधे तौर पर इस तरह की धमकी मिलने के बाद परिवार दहशत में आ गया।



रामेश्वर दयाल सीधा पुलिस थाने पहुंचे और शिकायती आवेदन देकर पुलिस से मदद मांगी। जिस पर दबोह थाना प्रभारी द्वारा तुरंत मामले की जानकारी सायबर पुलिस को दी गई और जिस नंबर से कॉल आया था उसकी सारी जानकारी निकालने पर पता चला यह नंबर अमाहा गांव के किसी सुरेंद्र कुशवाह नाम के शख़्स का है। जिस पर तुरंत एक टीम गठित कर आरोपी को गिरफ़्तार करने भेजा गया। लेकिन पुलिस भी उस वक़्त भौंचक्की रह गई जब पता चला कि आरोपी बारहवीं क्लास का एक नाबालिग छात्र है। उसे गिरफ़्तार कर थाने लाया गया और जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह अपने एक दोस्त के साथ मिलकर फ़्री फ़ायर गेम की आईडी ख़रीदना चाहता था, जिसके चलते उसने दोस्त के कहने पर रकम ऐंठने के लिये यह किया। हालांकि फ़रियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज तो किया, लेकिन क़ानूनी बाध्यताओं के चलते आरोपी को कच्ची ज़मानत देकर छोड़ दिया गया।



इधर मामले में आरोपी की ज़मानत हो जाने से पीड़ित परिवार दहशत में है। उनका आरोप है कि ऐसा आरोपी जिसने हमें जान से मारने की धमकी दी है उसे छोड़ दिये जाने से हमारे जीवन पर संकट बना हुआ है। वह कभी भी अपने साथियों के साथ मिलकर परिवार को नुक़सान पहुंचा सकता है। वहीं मामले में पुलिस का कहना है कि क़ानूनी प्रक्रिया के तहत जो धाराएं पीड़ित की शिकायत पर आरोपी पर लगायी गई थी, उनकी वजह से उन्हें ज़मानत पर आरोपी को छोड़ना पड़ा है। साथ ही उनका कहना है कि यह महज़ नाबालिग बच्चों द्वारा एक गेम ख़रीदने के लिए की गई हरकत है, ऐसे में फ़रियादी पक्ष को डरने की ज़रूरत नहीं है।

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This news is Content Writer meena