वो बच्चा, जिसे बचाने के चक्कर में हुआ मौत का तांडव! 10 की मौत, दर्जनों घायल खुद भी नहीं बचा

7/17/2021 1:25:10 PM

विदिशा(अभिनव चतुर्वेदी): विदिशा में हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों के शवों को शुक्रवार को निकाल लिया गया। करीब 36 घंटे चले इस रेस्क्यू में सबसे आखिर में 13 वर्षीय रवि अहिरवार का शव निकाला गया। ये वही रवि अहिरवार था जो कि सबसे पहले कुएं में गिरा था और इसके बाद एक के साथ दर्जनों लोग कुएं में समा गए। हालांकि रेस्क्यू में कईंयों को बचा लिया गया लेकिन रवि समेत 11 लोग कुएं में दम तोड़ चुके थे और उनके शव ही बाहर निकाले गए। गांव लाल पठार के गांव का एकमात्र पानी का कुआं अब मौत के कुआं बनकर रह गया और सदियों सदियों तक यह हादसा गांव वासियों के लिए गहरें जख्म छोड़ गया।

PunjabKesari

अभी रेस्क्यू जारी था और तीन का कर दिया संस्कार...
लाल पठार में हुए इस हादसे से सारा गांव सदमें था। जिनके अपने कुएं में गिरे थे उनकों पता ही नहीं था कि वो जिंदा भी है या जान खो चुके हैं। सभी की निगाहें रेस्क्यू पर टिकी थी लेकिन इसी बीच गुरुवार को निकाले गए तीन लोगों का पोस्टमार्टम के बाद संस्कार कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो प्रशासन ने किसी प्रदर्शन के डर से बिना देरी किए गुप-चुप तरीके से 3 शवों का अंतिम संस्कार करा दिया।

PunjabKesari

ये है पूरा घटनाक्रम
विदिशा के गंजबासौदा के लाल पठार गांव में गुरुवार शाम करीब 13 साल का बच्चा अपने भाई के साथ कुएं पर पानी लेने गया। इस दौरान वह कुएं में गिर गया। यह देख उसका भाई दौड़ते हुए गांव की तरफ भागा। रास्ते में उसे जो भी दिखा, उससे रोते हुए कहा कि मेरा भाई रवि कुएं में गिर गया। जिसने भी यह सुना व कुएं की ओर भागा। देखते ही देखते गांव में हड़कंप मच गया और खबर आग की तरह गांव में फैल गई। जैसे जैसे लोग कुएं के पास पहुंच रहे थे वैसे वैसे अंधेरा बढ़ता जा रहा था। कुएं की मुंडेर पर करीब 50 से ज्यादा की संख्या में लोग पहुंच गए। 

PunjabKesari

प्रत्यशदर्शियों की मानें तो जो लोग तैरना जानते थे, वह बच्चे को बचाने के लिए कुएं में कूद गए। और कुछ लोग मुंडेर पर खड़े होकर रस्सी की मदद से रवि को तलाशने लगे। लेकिन रवि का कुछ भी पता नहीं चला। इसी बीच अचानक से कुएं की मुंडेर धंस गई। मुंडेर पर खड़े सारे के सारे लोग कुएं में गिर गए और उनके ऊपर मिट्टी का मलबा गिर गया। गिरने वालों की संख्या करीब 30 बताई जा रही है। हादसा होते ही मौके पर अफरातफरी मच गई। तब तक अंधेरा भी बढ़ गया था। अब तक स्थानीय अधिकारियों को समझ आ गया था कि हादसा बहुत बड़ा है।

PunjabKesari

डूबने वालों को बचाने के लिए स्थानीय संसाधनों के सहारे रेस्क्यू शुरु किया गया। सीएम शिवराज भी विदिशा में ही मौजूद थे उनके निर्देश पर भोपाल से एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम घटनास्थल पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन और कुएं से पानी निकालना शुरू कर दिया। लेकिन इसी बीच एक और बड़ा हादसा हो गया राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने वाले 4 होमगार्ड ट्रैक्टर समेत कुएं में गिर गए। जिनमें से 3 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जबकि एक लापता हो गया। ट्रैक्टर गिरने से कुएं के अंदर फंसे लोगों को और नुकसान पहुंचा। रात होने की वजह से रेस्क्यू में परेशानी बढ़ती जा रही थी। कुएं के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी और उनमें रेस्क्यू देरी से शुरु होने का रोष था। फिर भी कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए। 3 की मौत हो चुकी है 11 अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं यह रेस्क्यू शुक्रवार पूरा दिन चला और शाम होते होते बच्चे समेत 11 के शव निकाल लिए गए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

meena

Recommended News

Related News