कब्रिस्तान का खौफनाक मंजर! कब्रें खोदते-खोदते हाथों में पड़ गए छाले, बुलानी पड़ी JCB...पंजाब केसरी Exclusive
Friday, Apr 16, 2021-01:53 PM (IST)
भोपाल(इजहार हसन खान): राजधानी भोपाल से कोरोना के कहर के बीच ऐसी तस्वीरें निकलकर सामने आ रही है कि आत्मा सिहर उठे। कोरोना से मरने वालों के आंकड़े बेहद डरावने हैं और उससे भी ज्यादा खौफनाक है श्मशानघाट और कब्रिस्तान के नजारे। जहां अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाटों में लाइन में लगना पड़ रहा है वहीं कब्रिस्तानों का दम भी फूलता नजर आने लगा है। आलम यह है कि कोरोना से मरने वालों को दफनाने के लिए चिन्हित झदा कब्रिस्तान पर हाउस फुल का बोर्ड लगा दिया गया है। यहां कब्र खोदने वालों के हाथों में छाले पड़ गए हैं। कब्र खोदने के लिए अब जेसीबी मशीनों का सहारा लेना पड़ रहा है।


जानकारी के मुताबिक भोपाल के झदा कब्रिस्तान पर शवों को दफनाने के लिए सहयोग कर रहे पूर्व पार्षद रेहान गोल्डन ने बताया कि कब्रिस्तान में सुबह से शाम तक लगातार जनाजे पहुंच रहे हैं। उन्हें दफन करने के लिए जगह कम पड़ रही है। एक साल से इसी कब्रिस्तान में कोरोना से मरने वालों के शवों को दफनाया जा रहा है।


एडवांस में खोदी जा रही कब्रें
मुर्दों की तादाद इतनी है कि यहां एडवांस में भी कब्र खोदीं जा रही हैं, लेकिन अब तो यह व्यवस्था भी फेल होती नजर आ रही है क्योंकि लगातार कब्र खोदने के चलते यहां खुदाई करने वालों के हाथों में छाले हो गए हैं। इसलिए अब क्रब खोदने के लिए जेसीबी मशीने बुलाई गई है।


कम पड़ने लगी मिट्टी
इतना ही नहीं मुर्दों को दफनाने के लिए मिट्टी भी कम पड़ने लगी है। क्योंकि कब्रिस्तान में रोज 7 से 10 शव पहुंच रहे हैं। कब्रिस्तान के लिए 1500 से 2 हजार ट्रॉली मिट्टी की जरूरत है। इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान व भोपाल कलेक्टर से मांग की गई है।

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