भिखारी बने डीएसपी के बैचमेट का परिवार ने छोड़ दिया था साथ, अब दोस्तों ने थामा हाथ

11/17/2020 1:13:40 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): ग्वालियर के चेतकपुरी इलाके में कचरे के ढेर में खाना तलाशते मिले पुलिस के सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्रा से मिलने स्वर्ग सेवा आश्रम में उनके बैचमेट रहे पुलिस अफसर पहुंच रहे हैं। पिछले रोज तीन थाना प्रभारी और एक डीएसपी सहित 5 पुलिस अफसर अपने साथी से मिलने आश्रम पहुंचे हैं। जहां उन्होंने अपने दोस्त से मिलकर इधर उधर की बातें की।

दरअसल दो पुलिस उपाधीक्षक विजय भदोरिया और रत्नेश तोमर को 10 नवंबर की रात अधिकारी के रूप में एक शख्स मिला था जिसे उन्होंने खाना और ठंड से बचने के लिए एक जैकेट दी।


मानसिक स्थिति खराब होने के कारण नौकरी खो चुके पुलिस के सब इंस्पेक्टर ने अपने बैच में पुलिस अफसरों को देखकर उन्हें पहचान लिया और नाम लेकर पुकारा तो पुलिस अफसर भी हैरान रह गए। पता चला कि वह 1999 बैच का पुलिस सब इंस्पेक्टर कुछ साल पुलिस विभाग में नौकरी करने के बाद मानसिक संतुलन खो बैठा था, और अपने घर से चला गया था।



सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्रा एक पढ़ी लिखे परिवार का युवक है उसके पिता एडिशनल एसपी और बहन दूतावास में पदस्थ है। बड़ा भाई थाना प्रभारी है। मनीष मिश्रा की मानसिक स्थिति खराब होने के कारण उसकी पत्नी छोड़ कर चली गई। घरवालों ने इलाज कराने की काफी कोशिश की। लेकिन सफल नहीं हुए पुलिस अफसरों ने अपने साथी को स्वर्ग सेवा सदन आश्रम में भिजवाया था। जहां सब इंस्पेक्टर की खैर खबर लेने उसके बैचमेट पहुंचे।



थाना प्रभारी महाराजपुरा मिर्जा आसिफ बेग, इंदरगंज थाना प्रभारी शैलेंद्र भार्गव, विश्वविद्यालय थाना प्रभारी राम नरेश यादव, पंकज द्विवेदी थाना प्रभारी देवास, डीएसपी सतीश चतुर्वेदी अपने साथी से मिलने स्वर्ग सेवा सदन पहुंचे और थोड़ी देर बातचीत करने के बाद मनीष मिश्रा ने सभी को पहचान लिया। उनसे घर गृहस्थी की बातें की। इस दौरान महाराजपुरा टीआई ने अपने मित्र शिव सिंह यादव जो मेहगांव थाना प्रभारी हैं उनसे बात कराई। मनीष मिश्रा थाना प्रभारी को खानपान में अपना ध्यान रखने की सलाह देता दिखा।

 

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