सरेआम किया गया महिला को निर्वस्त्र, वीडियो बनाते रहे लोग
12/1/2020 6:39:36 PM
टीकमगढ़: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां मामूली झगड़े में कुछ लोगों ने एक महिला को सरेराह निवर्स्त्र कर दिया। हैरानी की बात तो यह है कि इस वारदात में कुछ महिलाएं भी शामिल है। वहीं आरोपियों की इस शर्मनाक हरकत को लेकर पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की बजाय इसे आपसी मामूली झगड़ा बताते हुए पल्ला झाड़ लिया। हालांकि महिला का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उसके आधे कपड़े उतारे गए हैं और वह खुद को बचाने की कोशिश करते हुए कपड़ पहनती नजर आ रही है।
घटना टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित धार्मिक नगरी कुंडेस्वर की बताई जा रही है। जहां 3 से 4 लोगों ने आज एक महिला को बसस्टैंड पर सरेराह निर्वस्त्र करने का प्रयास किया जिसमें महिला के कमर के नीचे के सारे वस्त्र इन लोगों द्वारा झूमाझटकी कर उतार दिये जिससे लाचार महिला अर्धनग्न अवस्था मे वहां खड़ी रही और किसी तरह उसने फिर अपने अधोवस्त्र पहन अपने शरीर को ढका। लेकिन शर्मिंदगी की बात तो ये थी कि महिला के वस्त्र हरण को रोकने की बजाए लोग तमाशबीन बने वीडियो तो बनाते रहे पर किसी ने महिला को बचाने का कोई प्रयास नहीं किया।
ये है पूरा मामला
पूरा मामला जमड़ार गांव का है जहां गांव की ही विधवा महिला आशा रजक व उसके पुत्र का विवाद किसी बात को लेकर अपने ही समाज के लोगों से हो गया था, जिसकी रिपोर्ट भी थाने में दर्ज करा दी गई थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जिसका नतीजा यह हुआ कि मंगलवार सुबह जब विधवा महिला काम पर जाने के लिये कुंडेस्वर बस स्टैंड पर टैक्सी का इंतजार कर रही थी तभी आरोपी मोनू रजक व उसके साथी जिसमे कुछ महिलाएं भी शामिल थी कुंडेस्वर बस स्टैंड पहुंच गए और इन आरोपियों ने महिला के साथ ना केवल मारपीट की बल्कि उसे निर्वस्त्र कर अर्धनग्न कर दिया।
वहीं इस पूरे मामले को टीकमगढ़ पुलिस सिर्फ आपसी रंजिश और मारपीट का मामला बताकर मामले को रफा-दफा करने के प्रयास में जुटी हुई है। कोतवाली टीआई सुनील शर्मा महिला को निर्वस्त्र कर अर्धनग्न करने की बात को सिरे से खारिज कर ये बताने की कोशिश कर रहे है कि ये सिर्फ मार-पीट व छेड़-छाड़ का मामला है। जबकि वीडियो में साफ महिला के कमर के नीचे के वस्त्र जमीन पर पड़े व बाद में महिला अपने कपड़े पहनते दिखाई दे रही है।
मामला चाहे जो भी हो पर इतना तो तय है कि मानवता को शर्मशार कर देने वाले मामले के बाद भी जिम्मेदारा और कानून के रखवाले हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं और घटना को आपसी रंजिश का रूप करार देकर मामले को दबाने में लगे हुए हैं।