MP में होती है दुनिया के सबसे महंगे आम की खेती, सुरक्षा में लगे हैं 4 गॉर्ड और 9 कुत्ते

6/19/2021 11:55:55 AM

जबलपुर(विवेक तिवारी): आम जिसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। बाजार में आम की कीमत 50 या 100 रुपए तक होती है लेकिन आपको पता चले कि एक ऐसा भी आम है जिसकी कीमत ढाई लाख से ज्यादा है तो शायद आप यकीन नहीं कर पाएंगे। लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक ऐसे आम की खेती हो रही है जिसके दाम सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। जबलपुर के इस बगीचे में जो आम हैं। उसकी कीमत 2.70 लाख रुपये है। मतलब एक आम खाने के लिए आपको 2.70 हजार रुपये चुकाने होंगे। इंटरनेट पर इस आम की कीमत एक से दो लाख के बीच में बताई गई है। खास बात यह कि इस इन आमों के दो पेड़ों की चोरी को रोकने के लिए चार गार्ड और नौ कुत्तों को तैनात किया है। जबलपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर चरगंवा में इन आमों की बागवानी करने वाले दंपति का नाम रानी और संकल्प परिहार हैं जिन्होंने कुछ साल पहले आम के दो पौधे लगाए थे। हालांकि, उस समय उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि आम के ये दो पौधे असामान्य रूबी रंग के आम, जापानी किस्म के तामागो है।



भारत में जापानी आम की खेती और कहीं नहीं होती है। जापानी आम को तामागो के नाम से जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी खूब मांग है। जापानी भाषा में 'ताईयो नो तामागो' के नाम से इसे जाना जाता है।हालांकि संकल्प ने अपनी मां के नाम पर आमों का नाम दामिनी रखा है। परिहार ने बताया कि जब उन्होंने इस किस्म के बारे में सर्च किया तब उनकों इसकी सही किस्म का पता चला । लेकिन यह अभी भी मेरे लिए दामिनी है। संकल्प की पत्नी रानी ने बताया कि कई लोगों ने इन आमों को खरीदने में रुचि दिखाई है। उसने कहा कि मुंबई का एक जौहरी एक आम के लिए 21,000 रुपये देने को तैयार है। हालांकि, दंपति ने अभी तक किसी को आम नहीं बेचने का फैसला किया है, और इसके बजाय वे उन्हें उगाएंगे।



भारत में आमों की अलग-अलग किस्में पायी जाती हैं। जिनमें दसहरी, तोतापूरी , लंगड़ा आम, देसी आम, हापुस सहित कई किस्मों के आमों की प्रजाति पाई जाती है। यही वजह है कि भारत के आमों की चर्चा विदेशों में होती है भारत में हापुस/अल्फांसो आम देश का सबसे महंगा आम माना जाता है। वहीं, विश्व का सबसे महंगा आम जापान का तामागो है। जबलपुर के चरगवां में रहने वाले संकल्प परिहार इस आम को अपने बगीचों में उगा रहे हैं। संकल्प परिहार ने अपने 4 एकड़ के बगीचे में 14 अलग-अलग किस्म के आमों को लगाए हैं और इसके अलावा तामागोआम के 52 पेड़ लगाए हैं

बता दें कि जबलपुर में उगाये जा रहे जापानी आम की ख्याति देश भर में फैल गई है। लेकिन उद्यानिकी विभाग ने अभी तक संकल्प परिहार के आम के बगीचे की ओर ध्यान नहीं दिया है। उद्यानिकी विभाग अगर इस और ध्यान दे दे। तो अन्य किसान भी जापानी आम की खेती कर लाभ ले सकते हैं।

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This news is Content Writer meena