बड़े भाई ने सुसाइड नोट में कुंडली बनाकर लिखा था- 'आत्महत्या का योग है', फिर छोटे ने भी किया ये काम

10/13/2020 5:47:40 PM

उज्जैन: मध्य प्रदेश में महाकाल की नगरी उज्जैन में दो सगे भाईयों की आत्महत्या का मामला सामने आया है। जहां बड़े भाई की तस्वीर पर माला लेने गए छोटे भाई ने भी तीसरे दिन उसी जगह पर जाकर खुदकुशी कर ली जहां बड़े भाई ने अपनी जान दी थी। पहले इस सुसाइड केस कर्ज बड़ी वजह माना जा रहा था लेकिन अब इसमें कुंडली कनेक्शन भी सामने आया है। कर्ज, धोखाधड़ी और मानसिक तनाव के साथ साथ अंधविश्वास से जुड़ा यह अजीबोगरीब मामला शहर की सांईधाम कॉलोनी का है। जहां तीन दिन के भीतर एक ही परिवार के दो सदस्यों ने खुदकुशी कर ली। दो दिन पहले ही दवा दुकान के संचालक व 48 वर्षीय ज्योतिष प्रवीण चौहान ने 10 अक्तूबर को नृसिंह घाट पुल से नदी में कूदकर जान दे दी थी। इसके बाद सोमवार 12 अक्तूबर को 38 वर्षीय पीयूष ने भी उसी जगह से नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल बड़े भाई ने सुसाइड नोट में कुंडली बनाकर लिखा था- 'आत्महत्या का योग है'। 

जानकारी के अनुसार, सोमवार को बड़े भाई प्रवीण का सांईधाम कॉलोनी में दोपहर को उठावना था। परिजन व रिश्तेदार चक्रतीर्थ से सारी राख समेटकर घर आए थे। इसी बीच पीयूष चौहान ने घर वालों से कहा कि भाई की तस्वीर पर हार चढ़ाना है, मैं अभी लेकर आता हूं। यहां से वह नृसिंह घाट पहुंचा और शिप्रा नदी में छलांग लगा दी। राहगीरों ने उसे नदी में कूदते देख पुलिस को सूचना दी। घटना की जानकारी लगते ही उसके दोस्त व परिजन नृसिंह घाट पहुंच गए। तैराकों का मदद से एक घंटे बाद नदी से शव को निकाला तो पीयूष की सांसे चल रही थी लेकिन वह ज्यादा समय तक जीवित न रहा और उसकी सांसे थम गई। एक के बाद दूसरे भाई का दुनिया से यू जाना परिवार के लिए किसी गहरे सदमे से कम नहीं था। तभी इसी बीच पीयूष की एक पोस्ट सामने आई जिसमें उसने सुसाइड नोट में कुंडली बनाकर लिखा था- 'आत्महत्या का योग है'। छोटे भाई ने मरने से पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा- 'पापा आप भी आ जाना।'



बताया जा रहा है कि बड़े भाई की आत्महत्या के बाद छोटा भाई गम में था, जिससे उसे परेशानी हो रही थी। सोमवार को उसने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, "भैया मैं उस राख के ढेर में तुझे ढूंढ़ रहा था, पर तू मुझे मिला नहीं, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है अब क्या करना है, तू मेको बता दे यार अब क्या करना है, मैं तुझसे पूछने आ रहा हूं। " इस भावुक मैसेज को बड़े भाई के 7 पेज के सुसाइड नोट के साथ शेयर किया। दोपहर को पोस्टमार्टम के दौरान रिश्तेदार व दोस्त यही बोले कि दो रात से वह भाई के गम में सोया नहीं था। उसका दिमाग डायवर्ट करने के लिए उसे घुमाने ले जाने का प्रयास भी किया पर उसने मना कर दिया। एक दोस्त ने बताया कि दस दिन पहले पीयूष ने बोला था कि अब जीवन को शिप्रा को समर्पित कर दूंगा, कुछ नहीं बचा है, लेकिन उसकी बातों को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।



बहरहाल पुलिस ने आत्महत्या, कर्ज और सूदखोरी के एंगल से मामले दर्ज कर लिया है। क्योंकि सुसाइड नोट में भारी भरकम कर्ज और उसे चुकाने के बाद भी ब्याज लेने की बात की गई थी। उन्होंने बताया है कि बड़े भाई प्रवीण ने अपने सुसाइड नोट में कर्जदारों के नाम लिखें हैं। इस एंगल से भी मामले की जांच में जुट गई है।

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