शराब पर शिवराज वर्सेस साध्वी! बोलीं- भाड़ में जाए राजस्व, शराब बंद होनी चाहिए...
2/23/2021 10:51:27 AM
ग्वालियर: बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने कुछ दिन पहले शराबबंदी से राजस्व के नुकसान को लेकर बयान दिया था, लेकिन अब फिर उन्होंने अपने बयान से यू टर्न ले लिया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि ‘मुझे शराब से बहुत नफरत है। राजस्व गया भाड़ में’ वह यही नहीं रूकी उन्होंने कहा कि राजस्व के नुकसान से अगर लोग भूखे मरते हैं तो मर जाने दो। मेरा वश चले तो मैं आज ही शराबबंदी कर दूं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान शराबबंदी रही थी। इस दौरान कोई भी व्यक्ति नहीं मरा। इससे साफ होता है कि शराब पीना मौत का कारण है। शराब बंद करने से किसी की मौत नहीं होती।
बता दें कि पूर्व सीएम ने कुछ दिन पहले 8 मार्च से शराबबंदी को लेकर अभियान चलाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के कुछ दिन बाद उन्होंने कहा था कि शराब बंद करने से प्रदेश सरकार को राजस्व घाटा होगा। इस राजस्व घाटे को पूरा करने के लिए दूसरा कोई हल निकालना पड़ेगा, जिससे गरीब लोगों को दिक्कतें न हो क्योंकि सरकार का राजस्व गरीब लोगों के विकास के काम आता है।
एक साल में MP में जहरीली शराब से 50 से ज्यादा मौतें
मध्यप्रदेश में पिछले एक साल के अंदर जहरीली और अवैध शराब के चलते मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। उज्जैन में जहरीली शराब से करीब 20 मौतों के बाद रतलाम में भी ऐसी घटना सामने आई थी। वहीं, हाल ही में मुरैना में 27 से ज्यादा लोग जहरीली शराब के कारण काल के गाल में समा गए।