स्कूल प्रिसिंपल का टपोरी स्टाइल, छात्र को धमकाते वक्त भूल गए की वो गुरु हैं..आपको भी शर्म आएगी...
4/15/2021 6:32:12 PM
छतरपुर(राजेश चौरसिया): वैसे तो गुरु का स्थान गोविंद(परमात्मा)से भी ऊंचा माना गया है लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बाद इस गुरु नाम के शब्द से आपका भरोसा उठ जाए। शिक्षा के मंदिर में गालियां निकालने वाले ये टीचर लोग प्रोफेशनल गुंडे से कम नहीं लग रहे। ऐसा लग रहा है कि ये स्कूल में नहीं बल्कि हफ्ता वसूली करने आए हैं।
दरअसल मामला छतरपुर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खजुराहो का है। जहां एक 11 वीं का छात्र परीक्षा देने की अनुमति लेने प्रिंसिपल के पास गया था। लेकिन प्रिसिंपल साहब तो गाली-गलौज पर ही उतारु हो गए। कहने लगे तुम तो स्कूल आए ही नहीं। परीक्षा किस चीज की दोगे? प्रिंसिपल ने छात्र को ना तो टाइम टेबल दिया और ना ही परीक्षा में बैठाया गया। उल्टे धमकाकर बाहर निकाल दिया गया।
पीड़ित छात्र विश्वकर्मा बस्ती इलाके का रहने वाला है। उसने बताया कि वह कक्षा ग्यारहवीं का छात्र है। कोरोना काल के दौरान स्कूल बंद रहे। और इस दौरान वो कुछ दिन ही स्कूल गया, लेकिन जब वो पेपर देने स्कूल आय़ा तो प्रिसिंपल का दूसरा ही रुप देखने को मिला। साल खराब हो जाने के कारण छात्र दुखी है और उसने प्रिंसिपल को आत्महत्या करने तक की धमकी दे डाली है। गौर करने वाली बात है कि शिक्षा के मंदिर में पढ़ाने वाले गुरु ही अगर इस तरह का बर्ताव करेगे तो समाज से क्य़ा उम्मीद की जा सकती है? इससे भी टेंशन वाली बात यह है कि यदि ऐसे गुरु शिक्षा को किस स्तर तक ले जाएंगे?