​​​​​​​विजयवर्गीय बोले- जिस मुखर्जी की वजह से बंगाल बचा, उसे भूलीं ममता...बेहद दुर्भाग्यपूर्ण

6/23/2020 1:27:06 PM

इंदौर(गौरव कंछल): बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज भारतीय जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लेकर बड़ा बयान दिया। श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर उन्हें याद करते हुए बीजेपी महासचिव ने कहा कि बंग बचाओ आंदोलन के कारण आज बंगाल बचा हुआ है। आज के दिन बंगाल में उन्हें याद करना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य है कि उन्हें वहां याद नही किया गया। मैं इसे लेकर बंगाल सरकार की कड़ी निंदा करता हूं।

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज का दिन डॉक्टर श्यामा प्रसाद को याद करने का दिन है। आज के ही दिन जम्मू कश्मीर की जेल में उनकी मौत हुई थी। धारा 370 हटाने के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया था इस दौरान जम्मू कश्मीर में उनकी जिन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई थी वो आज भी जांच का विषय है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने उनके जिस चतुराई के साथ जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई है उसे सारा देश जानता है।



बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत विभाजन के समय बंगाल यदि आज बचा हुआ दिखाई दे रहा है तो वह डॉ, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कारण बचा है। वहीं पंजाब भी डॉक्टर श्यामा मुर्खजी के कारण बचा है। लेकिन दुर्भाग्य है कि बंगाल में उन्हें याद नहीं किया गया। मैं इसे लेकर बंगाल सरकार की कड़ी निंदा करता हूं।



बंगाल के स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में कैलाश विजवर्गीय ने कहा कि बंगाल और कोलकाता में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। वहां का डेथ रेट सबसे ज्यादा है। बंगाल के लोग इलाज कराने उत्तर प्रदेश तक जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कई हॉस्पिटलों में प्राइवेट हॉस्पिटलों में ताले तक लग गए हैं। आज सर्वदलीय बैठक बुलाने पर ममता बनर्जी को कहा कि देर आए दुरुस्त आए अब मिलकर काम करेंगे और कोरोना को हराएंगे। वहीं पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामो को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नेता फिलहाल फ्री है।



आपको बता दें कि डॉ. श्यामा मुखर्जी भारतीय राजनीति में पहले व्यक्ति जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। 1953 में बिना परमिट के कश्मीर का दौरा किया, जहां उन्हें जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन शेख अब्दुल्ला सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था। इसी दौरान रहस्यमय परिस्थितियों में आज के दिन 23 जून को उनका निधन हो गया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान के कुछ समय बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में परमिट सिस्टम खत्म कर दिया था। मुखर्जी के बाद अब बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के अनुच्छेद 370 को खत्म कर उनका सपना साकार किया है।



श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जवाहरलाल नेहरू से अलग होकर 1951 में भारतीय जन संघ की नींव रखी थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के खिलाफ थे। उनका कहना था कि एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान, नहीं चलेंगे। केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी पार्टी श्यामा प्रसाद मुखर्जी को अपना आदर्श मानती है। बीजेपी का आज भी ये प्रमुख नारा है 'जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है, जो कश्मीर हमारा है, वह सारा का सारा है। 

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