जेल में दिखा वोकल फॉर लोकल का क्रेज, गाय के गोबर से दिए बना रहे कैदी

11/13/2020 3:44:55 PM

नरसिंहपुर(रोहित अरोरा): दीपों का पर्व दीपावली भले ही रंगीन सतरंगी बल्वों से शहर की अट्टालिकाओं को रोशनी से चकाचौंध करता हो, लेकिन आस्था के साथ बने मिट्टी और गोबर के दिये का एक अलग ही महत्व है। ये भी सच है कि हाईटेक युग में एक से बढ़कर एक रंगीन बल्व अपनी खूबसूरती की छटा बिखेर रहे होते हैं। वहीं मद्धिम सा जलता हुआ एक छोटा सा दीया परंपरा को जीवित रखकर तमसो मा ज्योतिगर्मय का संदेश देता है।

कुछ ऐसे ही अनोखे सन्देश के साथ मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की केंद्रीय जेल में इस दीपावली वातावरण को प्रदूषण मुक्त करने का अद्धभुत कार्य किया जा रहा है। दरअसल यहां सजा काट रहे बंदी इन दिनों पर्यावरण को सुरक्षित रखकर दीपावली पर आपके घर रोशनी पहुंचाने की जुगत में लगे हुए हैं  पिछले करीब एक माह से जेल की गौशाला के गोबर में अनाज और मिट्टी मिलाकर ये कैदी हैंड मशीन के जरिये रोजाना सैकड़ों दीपकों को आकार दे रहे हैं l इस दीपक की लौ का सन्देश बेहद ही  बेशकीमती है जो पर्यावरण के लिए बहुत अहम हैं l



यह गोबर के दीये मिट्टी के दीपकों की तरह ही इको फ्रेंडली होंगे। इन दीयों से किसी भी तरह के प्रदूषण का भी कोई खतरा नहीं है। ये बंदी दीपक के साथ-साथ मन को मोह लेने वाली मां लक्ष्मी एवं भगवान श्री गणेश की इको फ्रेंडली मूर्तियां भी बनाते है l



समाज से भटके हुए इन कैदियों की मानसिक स्थिति में बदलाव लाने के साथ साथ कुछ ऐसा ख़ास करने की चाहत जिसमें ये कैदी आने वाले वक़्त में अपनी सजा काट कर जब रिहा हो तो उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूरा एहसास हो इस सोच के साथ जेल सुप्रिडेंट शेफाली तिवारी ने कैदियों से ये नेक कार्य कराने का फैसला

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