...जब बेटे के लिए खुद कोरोना पॉजिटिव हो गई मां

5/10/2021 4:06:48 PM

एमपी डेस्क(विवेक तिवारी): दुनिया में ऐसे ही मां को भगवान का दर्जा नहीं दिया गया मां की त्याग, तपस्या इस धरती में अद्वितीय है। आज ऐसी एक मां की कहानी पंजाब केसरी आपके सामने ला रहा है जिसने अपने पुत्र की रक्षा के लिए खुद ही कोरोना पॉजिटिव होना स्वीकार कर लिया। यह कहानी है प्रोफ़ेसर प्रज्ञा सिंह की ये वो मां है जिनका मासूम पुत्र पिता के साथ कोरोना संक्रमित हो गया क्योंकि पुत्र छोटा था लिहाजा मां ही पुत्र का बेहतर ख्याल रख सकती थी।



पुत्र को जब थोड़ा सी भी बुखार तेज हुआ तो मां ने स्वयं मोर्चा संभाला और डॉक्टर के पास गई। उसका चेकअप कराया तब तक वे कोरोना पॉजीटिव नहीं थी रात भर जाग कर उन्होंने अपने पुत्र की सेवा की पुत्र के संपर्क में आने से वे स्वयं भी कोरोना पॉजीटिव हो गई लेकिन इसकी परवाह उन्होंने बिल्कुल नहीं की कि मैं भी कोरोना का शिकार हो जाऊंगी यह कहानी है आईपीएस ऑफिसर अमित सिंह की धर्मपत्नी प्रोफेसर प्रज्ञा सिंह की आईपीएस ऑफिसर अमित सिंह ने मदर्स डे पर पत्नी के त्याग की कहानी फेसबुक पर पोस्ट की जानिए उन्होंने क्या लिखा-



पुत्र के लिए मां का प्रेम...
मेरे कोविड पाँजिटिव होने के बाद मेरा छोटा बेटा भी पॉजिटिव हो गया। ऐसे में छोटे बच्चे का ध्यान रखना हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती थी। बुखार बहुत तेज था, उतरने का नाम नहीं ले रहा था। ऐसे में प्रज्ञा ने उसे डॉक्टर को दिखाने का निर्णय लिया। उस समय तक प्रज्ञा पॉजिटिव नहीं थी अपने बच्चे को गोदी में लेकर डॉक्टर को दिखाना और रात भर उसकी देखभाल करती रही। वास्तव में अपने कोविड पाजिटिव बच्चे की देखभाल के लिए स्वयं पॉजिटिव हो जाना का काम मात्र प्रज्ञा जैसी मां ही कर सकती हैं। मदर्स डे के अवसर पर ऐसी सभी मांओं को सेल्यूट करता हूं...आप सभी इस प्रकृति की सबसे अमूल्य धरोहर है।

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This news is Content Writer meena