कौन बिगाड़ना चाहता है दिग्विजय सिंह की छवि ?
6/9/2020 7:17:57 PM
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने उनके नाम से सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे फेक ट्वीट का खंडन किया है। दिग्विजय सिंह ने भोपाल साइबर एसपी में शिकायत दर्ज कराई है कि कोई जानबूझकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहा है। जिस ट्विटर से यह ट्वीट किया गया है उस आईडी को तुरंत बंद किया जाए।
"मैं चाहता हूं कि मेरी मृत्यु राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही हो"
— Digvijay Singh (@DigvijayaSingh_) June 9, 2020
दरअसल सोशल मीडिया पर एक ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें लिखा है कि, मैं चाहता हूं कि मेरी मृत्यु राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही हो। इस ट्वीट के वायरल होते ही सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया।
असली और फेक ट्विटर अकाउंट में ये है अंतर
आरोपी ने कांग्रेस वरिष्ठ दिग्विजय सिंह के नाम से ट्विटर पर एक फर्जी आईडी बनाई गई है। सामने आए ट्विटर आईडी में ब्लू टिक नहीं है जिससे पता चलता है कि ये उनका आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। क्योंकि दिग्विजय सिंह के नाम से @digvijaya_28 ट्विटर अकाउंट है। जो कि वेरिफाइड अकाउंट है जिस पर ब्लू टिक है। उन्हें फॉलो करते वक़्त उक्त जानकारियों का विशेष ध्यान रखें।
इसके अलावा असली अकाउंट में लिखा हुआ है कि उन्होंने सितंबर 2011 को ट्विटर जॉइन किया था। जबकि फर्जी मई 2020 में लॉकडाउन के दौरान का बनाया गया है। साथ ही असली वाले में दिग्विजय सिंह 98 यूजर्स को फॉलो करते हैं वहीं फर्जी में उन्हें 764 यूजर्स को फॉलो करते दर्शाया गया है।
ये वो फोन कॉल्स हैं जो 4/5 दिनों से मुझे परेशान कर रहे हैं। मैंने एमपी के डीजीपी को शिकायत भेजी। मैंने सर्विस प्रोवाइडर से भी बात की लेकिन ये बंद नहीं हो रहे। अफ़सोस इस हालत में मुझे अपने मोबाइल नंबर को ही बंद करना पड़ रहा है। pic.twitter.com/PTghiyOGHt
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 3, 2020
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है कि दिग्विजय सिंह को ऐसा कुछ झेलना पड़ा है। इससे पहले भी उन्हें कोई अननोन नंबर से फोन करके बार-बार परेशान कर रहा था। इससे तंग आकर उन्हें अपना मोबाइल फोन बंद करना पड़ा था। उन्होंने तब भी मध्य प्रदेश पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। दिग्विजय सिंह ने खुद ट्वीट कर उन विदेशी नंबरों का खुलासा किया था। जिनसे पता चलता कि उन्हें अलग-अलग नंबरों से लगातार फोन किया जा रहा है।