Loksabha Election 2019: किस्सा कुर्सी का, बात ''रतलाम'' लोकसभा सीट की

4/2/2019 6:28:58 PM

रतलाम: प्रदेश की रतलाम लोकसभा 2009 से अस्तित्व में आई। इससे पहले यह झाबुआ के नाम से जाना जाता था। मौजूदा समय में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया यहां से सांसद हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दिलीप भूरिया ने कांतिलाल को हराया था। लेकिन दिलीप सिंह के निधन के बाद कांतिलाल ने इस सीट पर वापसी करते हुए उपचुनाव में दिलीप सिंह की बेटी निर्मला सिंह भूरिया को हरा दिया। 




रतलाम लोकसभा सीट का इतिहास 
 
यह लोकसभा सीट पहले झाबुआ के नाम से जानी जाती थी। लेकिन 2008 में परिसीमन के बाद इसे रतलाम लोकसभा सीट के नाम से जाना गया। 2009 में इस सीट पर पहली बार चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया चुनाव जीते थे। लेकिन इसके बाद वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांतिलाल मोदी लहर का सामना नहीं कर सके और दिलीप सिंह भूरिया ने जीत हासिल की, हालांकि इसके कुछ ही समय बाद दिलीप सिंह के निधन हो जाने पर 2015 में यहां पर उपचुनाव हुए। जिसमें कांतिलाल ने एक बार फिर वापसी की। 



लोकसभा चुनाव 2014 का परिणाम

वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया ने यहां पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को मात दी थी। दिलीप सिंह को जहां 5,45,980 वोट तो वहीं कांतिलाल को 4,37,523 वोट मिले। वहीं बसपा इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी। लेकिन 2015 उपचुनाव में कांतिलाल भूरिया ने यह सीट बीजेपी से छीन ली । 






लोकसभा चुनाव 2009 का परिणाम 

वर्ष 2009 के चुनाव में भी कांतिलाल भूरिया ने दिलीप सिंह को हराया था। कांतिलाल को जहां 3,08,923 वोट तो वहीं दिलीप सिंह को 2,51,255 वोट मिले थे। वहीं बसपा यहां पर तीसरे स्थान पर रही थी। 




बता दें कि चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 2014 में रतलाम में 17,02,648 मतदाता थे। इनमें से 8,60,947 पुरुष तो 8,41,701 महिला मतदाता थीं। 2014 के चुनाव में इस सीट पर 63.59 % वोटिंग हुई थी। 
 

Vikas kumar

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