Loksabha Election 2019: किस्सा कुर्सी का, बात BJP के गढ़ 'सागर' लोकसभा सीट की
3/31/2019 6:00:33 PM
सागर: मध्यप्रदेश की सागर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ बन चुकी है। बीते 6 लोकसभा चुनावों से यहां भाजपा का ही कब्जा है। इस सीट पर कांग्रेस को 1991 में आखिरी बार जीत मिली थी। वर्तमान समय में यहां पर बीजेपी का कब्जा है। भाजपा के लक्ष्मी नारायण यादव यहां से सांसद हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के गोविंद सिंह राजपूत को हराया था।
सागर लोकसभा सीट का इतिहास
वर्ष 1951 में यहां पर पहला लोकसभा चुनाव हुआ था उस समय कांग्रेस के सोढिया खूबचंद ने जनसंघ के चिंतामन राव को हराया था। पहले यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित थी लेकिन 1957 में परिसीमन के बाद यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई। 1962 के चुनाव में यह सीट एक बार फिर से सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हो गई। लेकिन 1967 के बाद से 2004 तक यह सीट अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित रही। एक बार फिर परिसीमन के बाद 2009 में यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हो गई।
सागर लोकसभा सीट पर बीजेपी कांग्रेस के बीच बराबरी का ही मुकाबला रहा है। दोनों पार्टिय़ों को यहां पर आठ आठ बार जीत मिली है। वहीं जनसंघ को 1 बार जीत मिली है। सागर लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें से 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
लोकसभा चुनाव 2014 का परिणाम
मोदी लहर के समय 2014 में बीजेपी के लक्ष्मी नारायण ने कांग्रेस के गोविंद सिंह राजपूत को हराया था। लक्ष्मीनारायण को जहां 4,82,580 वोट मिले थे तो वहीं गोविंद सिंह को 3,61,843 वोट मिले थे। जबकी बसपा यहां पर तीसरे स्थान पर रही थी।
लोकसभा चुनाव 2009 का परिणाम
वर्ष 2009 के चुनाव में बीजेपी के भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के उत्तम खटीक को हराया था। भूपेंद्र को इस चुनाव में 3,23,954 वोट मिले तो वहीं उत्तम खटीक को 1,42,983 वोट मिले थे।
बता दें कि सागर की पहचान डॉक्टर हरिसिंह गौर युनिवर्सिटी के रूप में भी है। मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य नौरादेही सागर में ही है। अगर हम बात करें लोकसभा चुनाव 2014 की तो चुनाव आयोग के आकड़ों के अनुसार यहां पर कुल 15,20,184 मतदाता थे। इसमें से 8,15,357 पुरुष मतदाता तो 7,04,827 महिला मतदाता थीं। 2014 के चुनाव में इस सीट पर 58.67% मतदान हुआ था।