विकास दुबे को ले जाने में जल्दी में क्यों थी पुलिस कि नहीं देखा स्टॉपर, 10 फीट तक घसीटा

7/10/2020 3:52:16 PM

भोपाल: कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिस वालों की शहादत को अंजाम देने वाला गैंगस्टर विकास दुबे की उज्जैन में नाटकीय अंदाज से गिरफ्तारी के बाद बड़े फिल्मी अंदाज में एनकाउंटर हो गया। इस सारे घटनाक्रम में बड़ा रोल निभाने वाली मध्यप्रदेश पुलिस उसे यूपी एसटीएफ को सौंपने के लिए बहुत जल्दबाजी में थी। इसका उदाहरण राजगढ़-ब्यावरा टोल प्लाजा पर देखने को मिला। जहां रोड सेफ्टी के लिए बीच सड़क पर लगाए स्टॉपर कॉन तक को उड़ा दिया।

PunjabKesari

दरअसल, राजगढ़-ब्यावरा टोल प्लाजा पर गाड़ियों की चैंकिग के लिए उन्हें रोकने के लिए स्टॉपर लगाया गया था। लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस की गाड़ी की स्पीड इतनी थी कि इसे देखा ही नहीं और वह गाड़ी के नीचे फंस गया और करीब 10 फीट तक घिटता चला गया। इस दौरान स्टॉपर को हटाने के लिए एक कर्मचारी दौड़ते हुए आता है, तो वह गाड़ी के सामने गिरते-गिरते हुए बच जाता है। इसके बाद गैंगस्टर को लेकर काफिला तेज रफ्तार से वहां से निकल जाता है।

PunjabKesari

सूत्रों की माने तो सुबह साढ़े छह बजे के करीब विकास को ले जा रहा वाहन संचेडी क्षेत्र के बाराजोड़ टोल प्लाजा से गुजरा जिसके पीछे मीडियाकर्मियों के वाहन थे। काफिले को टोल प्लाजा के पास चेकिंग के नाम पर रोका गया। इस दौरान पत्रकारों ने कुछ सवाल करने चाहे जिसे लेकर एक पुलिस अधिकारी से करीब 20 मिनट तक तक बहस हुई। इसके बाद सभी वाहनों को जाने दिया गया। आगे जाकर कानपुर नगर की सीमा में दाखिल होने के कुछ ही मीटर की दूरी पर विकास का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

PunjabKesari

वाहन पलटने के साथ ही विकास दुबे पुलिस वाले की पिस्टल लेकर भागा लेकिन जबावी कार्रवाई में विकास के सीने व कमर में गोलियां लगी। इसके बाद उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

meena

Recommended News

Related News