''मैं जान दे रही हूं, मुखाग्नि तो दूर मेरे पति को मेरी शक्ल भी मत दिखाना'' उसके बाद...

2/22/2021 6:18:23 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): ऐसा माना जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता 7 जन्मों का होता है, लेकिन इंदौर में एक पत्नी अपने जीवन साथी से इतनी दुखी हो गई कि उसने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया। महिला के पास से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है उसने पति को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया। महिला का पति जीते जी उसे कोई खुशी न दे सका। इसलिए उसने जाते-जाते ऐसी सजा दी जो वह जिंदगी भर याद रखेगा। पत्नी ने सुसाइड नोट में अंतिम इच्छा जताई कि उसकी मौत के बाद न तो उसके पति को अंतिम दर्शन करने दिए जाए और ना ही मुखाग्नि देने दी जाए। पति से मुखाग्नि का हक छीन कर अपनी मां या बहन को यह हक दिया।



वहीं मृतिका ने मौत से पहले जो सोसाइड नोट लिखा उसमें उसने पैसे का भी जिक्र किया के पैसा एक जीते जागते इंसान से बड़ा न होता तो कितना अच्छा होता। मैं अपनी खुशी से आत्महत्या कर रही हूं आप सब अपना ख्याल रखना और मेरे पति को अपने अंतिम दर्शन नहीं करने देना ही पति की एक बड़ी सजा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।



इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के लेक पैलेस कॉलोनी में रहने वाली कल्पना नामदेव की शादी पिछले 5 वर्ष पहले विदिशा में रहने वाले नीलेश नामदेव से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद तक तो पति पत्नी के बिच सब ठीक चलता रहा लेकिन आखिरकार पति नीलेश में भी दहेज का लालच आ गया और अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर पत्नी के पिता का मकान अपने नाम करवाने को लेकर परेशान करता था। दोनों में पारिवारिक विवाद इतना बड़ा कि  पत्नी ने थाने में पति के खिलाफ दहेज का केस दर्ज करवाया था, दोनों का कोर्ट में तलाक को लेकर भी केस चल रहा था लेकिन दहेज लोभी पति की प्रताड़ना से पत्नी कल्पना इतनी तनाव में आ गई कि उसने अपने मायके इंदौर में आकर पहले तो अपने साथ हो रहे पति द्वारा अत्यचार की बातों को एक पन्ने पर लिखा और आखिरकार उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

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