15 दिन का आतंक खत्म! नंदवाय का आदमखोर बंदर आखिरकार पकड़ा गया, गांव में खुशी की लहर
Thursday, Oct 23, 2025-02:20 PM (IST)
दुर्ग। (हेमंत पाल): धमधा ब्लॉक के नंदवाय गांव में पिछले पंद्रह दिनों से आतंक मचाने वाले आदमखोर बंदर को आखिरकार आज वन विभाग और पुलिस की टीम ने ग्रामीणों की मदद से पकड़ लिया। यह बंदर गांव में दहशत का पर्याय बन चुका था बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पर हमला कर रहा था और कई लोग इसके शिकार बन चुके थे।
गांववालों के अनुसार, बंदर कई दिनों से घरों की छतों, आंगन और सड़कों पर हमला कर लोगों को घायल कर रहा था। बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया था, महिलाएं घर से बाहर निकलने में डर रही थीं और बुजुर्ग तक भयभीत थे। ग्रामीणों ने बताया कि बंदर अचानक झपट्टा मारता था और हाथों-पैरों पर काटने के निशान छोड़ जाता था।
लगातार शिकायतों के बाद वन विभाग की टीम धमधा पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। टीम ने बंदर को पकड़ने के लिए गांव में कई जगह जाल और पिंजरे लगाए, लेकिन बंदर की फुर्ती और चालाकी के कारण वह बार-बार पकड़ से बच निकलता रहा। आखिरकार आज सुबह बंदर एक ग्रामीण के घर में घुस गया।
इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम ने गांव को घेर लिया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बंदर को पिंजरे में कैद कर लिया गया। जैसे ही बंदर पकड़ा गया, गांव में खुशी और राहत का माहौल छा गया। ग्रामीणों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर टीम का आभार जताया।
वन विभाग अधिकारियों के अनुसार, बंदर को सुरक्षित पकड़ा गया है और उसे जंगल में दूर छोड़ने की तैयारी की जा रही है, ताकि वह दोबारा गांव न लौट सके।
गांववाले अब राहत की सांस ले रहे हैं। ग्रामीण गोवर्धन साहू ने बताया, पिछले दो हफ्ते से बच्चों को बाहर खेलने नहीं देते थे। अब जाकर चैन मिला है।

