जूनियर डाक्टरों ने OPD के बाद अब अन्य जगह भी काम बंद किया, SC से की ये बड़ी मांग
12/5/2021 3:33:07 PM
इंदौर (गौरव कंछल): मध्यप्रदेश के सबसे बड़े एम वाय अस्पताल के मुख्य द्वार पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने मीडिया से कहा कि नीट पीजी 2021 काउंसलिंग अब तक नहीं हो पाई है और पिछले 5 - 6 महीनों से सभी सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर अपनी क्षमता के दो तिहाई मात्रा में ही काम कर रहे हैं। इसका सीधा असर मेडिकल सर्विसेज की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। यानी डॉक्टर की संख्या कम और मरीजों की संख्या ज्यादा, बीते दिन इंदौर पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी जूनियर डॉक्टरों ने मिलना चाहा। लेकिन समय की कमी की वजह से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से जेडीए नही मिल पाया, तो मीडिया के ज़रिए जेडीए ने मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की।
आपको बता दें कि जूनियर डॉक्टर ओपीडी में सेवा नहीं दे रहे हैं। जेडीए इंदौर के डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया की हम सिर्फ सरकार और माननीय सर्वोच्च न्ययालय से गुहार करते हैं कि जैसे दूसरे महत्वपूर्ण मामलों को फास्टट्रैक में रखकर जल्द से जल्द हल किया जाता रहा है। इस मामले को भी ऐसे हल किया जाए। डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि मामला सर्वोच्च न्यायालय में होने व सुनवाई में देरी से जूनियर डॉक्टरों का सब्र टूट चुका है। सुनवाई की अगली तारीख 6 जनवरी 2022 दी गई है और इसके बाद भी अनिश्चितता है। हालांकि अब तक की जा रही हड़ताल में जूनियर डॉक्टर्स ने आने वालें मरीजों की सुविधा का पूरा ख्याल रखते हुए अपने मूमेंट को चलाया है।