पेंट-ड्रायफ्रूट के बाद शहडोल में अब कंप्यूटर घोटाला’! ब्यौहारी जनपद की सीईओ पर उठे गंभीर सवाल
Saturday, Nov 08, 2025-03:36 PM (IST)
शहडोल। (कैलाश लालवानी): घोटालों की धरती बनते जा रहे शहडोल में अब कंप्यूटर घोटाले ने सुर्खियां बटोरी हैं। कभी 24 लीटर पेंट से 443 मजदूरों के नाम जोड़ने का चमत्कार, तो कभी एक घंटे में 14 किलो ड्रायफ्रूट उड़ाने का कारनामा — और अब, सीईओ ब्यौहारी की कंप्यूटर खरीद ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, जनपद पंचायत ब्यौहारी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी कल्पना यादव ने रीवा की एक फर्म से कुल 5 कंप्यूटर खरीदे, जिन पर ₹4,04,276 खर्च हुए। चौंकाने वाली बात यह कि एक ही दिन, एक ही फर्म को दो अलग-अलग आदेशों से भुगतान हुआ।
पहले आदेश (क्रमांक 1268 दिनांक 16/10/2025):
2 कंप्यूटर सेट – ₹1,84,788
दूसरे आदेश (क्रमांक 1269 दिनांक 16/10/2025):
3 कंप्यूटर सेट – ₹2,19,488
दोनों बिलों पर सीईओ के खुद के हस्ताक्षर मौजूद हैं। अब सवाल यह — क्या यह ‘जरूरत की खरीद’ थी या ‘डील की सेटिंग’?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, भुगतान ई-पेमेंट सिस्टम से हुआ है और पूरी ट्रांजेक्शन पंचायत दरपण पोर्टल 5.2 पर दर्ज है।
अब पंचायत गलियारों में चर्चा गर्म है — कहीं ये सिस्टम की आड़ में हुई स्मार्ट लूट तो नहीं?
विशेषज्ञों का कहना है —
बाजार में इतने ही स्पेसिफिकेशन वाले ऑल-इन-वन कंप्यूटर आधी कीमत में मिल जाते हैं, तो फिर इतनी ऊंची खरीद क्यों? क्या ये कंप्यूटर सोने के बने थे या मुनाफे का प्रोसेसर कहीं और चल रहा था?
सीईओ कल्पना यादव ने सफाई में कहा —
ऑल-इन-वन सिस्टम में मॉनिटर, प्रिंटर, यूपीएस शामिल हैं। आप अमेज़न पर देख लीजिए, इतने ही आते हैं।
लेकिन सवाल अब भी वहीं है —
क्या ये खरीद वाकई ‘जरूरत’ थी या ‘सुविधा के नाम पर नई सेटिंग’?
पेंट से लेकर ड्रायफ्रूट और अब कंप्यूटर तक — शहडोल का जनपद घोटाला सिंडिकेट लगातार बड़ा होता जा रहा है। अब निगाहें इस पर हैं कि प्रशासन इस ‘कंप्यूटर कांड’ पर कार्रवाई करता है या इसे भी फाइलों में ‘सेव’ कर देता है।

