बम्हलेश्वरी मंदिर समिती की बैठक संपन्न, पेश की गया 19 करोड़ का बजट, कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए
Monday, Oct 02, 2023-01:36 PM (IST)

डोंगरगढ़ (राजा शर्मा): मां बम्लेश्वरी मंदिर जो की विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यह भारी संख्या में भक्तों का तांता लगा रहता है। इस मंदिर के व्यवस्थापन करने प्रत्येक 3 वर्ष में चुनाव किया जाता है। जिसमें 15व्यक्तियों का समूह बना कर दो समूह चुनाव लड़ते आ रहे हैं। जो समूह चुनाव जीत कर आता है। बहुमतों के आधार पर सरकार बना मंदिर में अपनी सेवा देता है। इसी क्रम में मातेश्वरी सेवा दल चुनाव में जीत हासिल कर अपनी सरकार बनाई हैं।
इस निर्वाचित समिति में अध्यक्ष मनोज अग्रवाल को बनाया गया। मंदिर समिति के चुनाव में मतदान करने शहर के आम निवासी जो की सनातनी धर्म को मानते हैं उनको सदस्य बनाया जाता है। सदस्यों को भी तीन श्रेणी में बाटा गया है, जैसे की संरक्षक श्रेणी, आजीवन श्रेणी, साधारण श्रेणी यही सदस्य अपना मतदान करते हैं। वर्तमान मन्दिर ट्रस्ट की सरकार ने मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति छीरपानी परिसर में सर्व साधारण की बैठक बुला आज मंदिर की आय व्यय को समिति के सभी सदस्यों के बीच पेश किया गया। मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के मंत्री महेन्द्र परिहार ने 19 करोड़ का बजट पेश किया। आय व्यय से संबंधित सभी जानकारी आम सभा में क्रमवार बताई गई।
नई निर्वाचित समिति ने अपने 1 वर्ष के कार्यकाल में पिछली समिति के रोपवे से संबंधित बैंक लोन को 6 माह मे ही पूरा चुका कर एक उपलब्धि हासिल की। साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में भी बहुत सी सुविधा मां बम्लेश्वरी मन्दिर चिकित्सालय उपलब्ध करा रही हैं। कई बड़े डॉक्टरों को भी सेवा देने यहां बाहर से बुलाया जाता है जिसमें हार्ट, हड्डी, नेत्र, पेट रोग इत्यादि के विशेषज्ञों को बुलाया जाता है। आम लोगों को कम कीमत पर अच्छी सुविधा उपलब्ध हो रही हैं। एक ओर मंदिर के संबंध में वर्तमान समिति ने ज्योति कलश स्थापना हेतु 3 नए ज्योति कक्ष का निर्माण कराया हैं। भक्तों की मनोकामना के लिए 1500 अतिरिक्त ज्योति कलश प्रज्वलित करने की व्यवस्था इस नवरात्र में कराया हैं।
बजट पेश के दौरान वर्तमान समिति ने पूर्व निर्वाचित समिति के ऊपर कई मामलों को लेकर आरोप लगाया है की पूर्व समिति ने कई घोटाले किए हैं जिसका प्रमाण यह हैं की केंटिंग, रोपवे आदि के रिकॉर्ड आज तक इनके द्वारा वर्तमान समिति को प्राप्त नहीं कराया गया है। मांगे जाने पर पूर्व निर्वाचित पदाधिकारी कर्मचारियों के ऊपर डाल अपना पड़ला झाड़ते नजर आ रहे हैं। जबकि वर्तमान निर्वाचित समिति ने एक ही वर्ष में मन्दिर ट्रस्ट को 3 करोड़ का लाभ दिखाया है। ऐसे में बैठक में शामिल सदस्यों ने भी पूर्व सरकार पर मनमानी का आरोप लगाया। लोगों का कहना हैं की पिछले 3 वर्ष में पुरानी समिति एक बार भी बजट को पेश नहीं किया है। जबकि बाइलॉज के नियम से प्रत्येक वर्ष बजट सदस्यों के बीच रखा जाना हैं। साधारण श्रेणी के सदस्यों का भी बिना कारण सदस्यता समाप्त किया गया है।