मानव तस्करी का बड़ा गिरोह, नाबालिग बच्चों को बनाया जा रहा किन्नर
Friday, Jun 28, 2024-02:53 PM (IST)
छतरपुर ( राजेश चौरसिया ) : छतरपुर जिले में अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। छतरपुर जिले के ईशानगर थाना क्षेत्र में ईशानगर के रहने वाले एक 17 वर्षीय नाबालिग बच्चे को 3 लोगों ने बहला फुसलाकर किन्नरों के यहां बेचने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, ईशानगर के रहने वाले एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़के को गांव के ही रमेश रैकवार और रामपुर गांव के धनीराम कुशवाहा बहला फुसलाकर पहले छतरपुर ले गए उसके बाद उसे रमेश रैकवार ने अपने लड़के मगन रैकवार को साथ लेकर हरपालपुर लाली किन्नर के यहां छोड़कर आ गए। 20 दिन से लापता नाबालिग की खोजबीन परिजन अपने स्तर से कर रहे थे। इसी दौरान परिजनों को फोन लगाकर नाबालिग ने अपनी हरपालपुर में होने की बात बताई। इसके बाद परिजनों ने जाकर नाबालिग को किन्नरों के कब्जे से मुक्त कराया।
वहीं अब 27 तारीख को पीड़ित एवं पीड़ित के पिता ने थाने पहुंचकर संबंधित आरोपियों के खिलाफ़ मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने पूरे मामले में IPC की धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
●जांच में बड़े मानव तस्करी गिरोह का हो सकता है खुलासा..
पीड़ित नाबालिग लड़के ने बताया कि उसकी तरह ही चार-पांच अन्य बच्चे किन्नर के पास मौजूद थे जिनको वह दवाइयां और इंजेक्शन लगाया करती थी। मुझे भी कई बार दवाइयां और इंजेक्शन लगवाए गए जिससे मेरे शरीर में अनावश्यक बदलाव भी आने लगे थे।
हालांकि अब बड़ा सवाल है कि पुलिस ने आखिर एफआईआर में किन्नर को आरोपी क्यों नहीं बनाया और किन्नर से पूछताछ क्यों नहीं की जबकि नाबालिक किन्नर के यहां ही मिला है। इस पूरे मामले में बड़े मानव तस्कर गिरोह का हाथ हो सकता है। नाबालिक बच्चों की तस्करी करके पैसे/भीख मंगवाने एवं उन्हें किन्नर बनकर ट्रेनों में उगाही मंगवाने का भी मामला हो सकता है।