चप्पल के लिए पैसे नहीं...लू से बचने के लिए महिलाओं ने पैरों में बांधी पानी की बोतलें, कोसों दूर से जनसुनवाई में पहुंची

5/30/2023 4:05:40 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया): छतरपुर में दिल को पसीजने और आंखों को नम कर देने वाला वाकया सामने आया है। जहां कलेक्ट्रेट/जिला पंचायत परिसर में जनसुनवाई में पहुंची महिलाओं के पैरों में चप्पलों की जगह बोतलें बंधी/पहनी हुई थीं। मामले में जब उनसे पूछा गया कि इस तरह बोतल बांधकर और बिना चप्पलों के आने का क्या कारण है तो उनका कहना था कि वे बहुत दूर गांव से आई हैं। सुबह से गाड़ी में बैठकर आईं तो जलन का एहसास नहीं हुआ पर यहां पहुंचे और गर्मी बढ़ी और जमीन तपी तो पैर जलने लगे जिससे बचाव के चलते उन्होंने पानी की खाली बोतलें अपने पैरों में बांध लीं, इनके बांधने से उन्हें काफी राहत है।

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●यह है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक पीड़ित लोग अपने भाई हरीसिंह लोधी (पिता सुख सिंह लोधी निवासी मंडिया बिजावली) के रहने वाले हैं जो कि ग्राम के ही अनिरुध्द लोधी, जुगराज लोधी, राजू लोधी, सुक्कू पति राजू लोधी, सीमा पति रामचरन लोधी, गोटू व जुगरा, बसंत लोधी, चरन लोधी की शिकायत करने आये थे कि इनका मेरे भाई के साथ आपसी वाद विवाद हो रहा था जिसमें इन सभी ने मिलकर मेरे भाई को लाठी-डंडा से पीट-पीटकर कर मार डाला है।

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इस घटना के समय मेरी मां नैनी बाई पति सुख सिंह, परमी बाई पति हरिचंद्र लोधी, वर्षा लोधी पति विक्कू लोधी ने इस समय हरीसिंह को बचाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उन्हें वहां से डरा धमका कर लाठी डंडे मारकर भगा दिया। बताते हैं कि यह घटना मेरे घर के सामने ही घटित हुई है। जब हमारे भाई को मार रहे तो वह थाने के लिए रिपार्ट दर्ज कराने जाने लगा। उसे दलपतपुर रोड पर मेरा भाई मरी हुई अवस्था में पड़ा हुआ था।

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बकस्वाहा थाने पहुंचे तो रात भर मेरे भाई की लाश थाने में रखी रही उसके बाद दूसरे दिन पोस्टमार्टम हुआ और न ही मुझे कोई एफआईआर की कॉपी एवं कोई जानकारी थाना द्वारा नहीं दी जा रही है। इस मामले की शिकायत करने वे जनसुनवाई में आये हैं।


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meena

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