देश के युवाओं और सीमाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है मोदी सरकार: सीएम बघेल

6/17/2022 3:37:08 PM

रायपुर (सतेंद्र शर्मा/शिवम दुबे): आर्मी (Indian Army) में भर्ती की अग्निपथ योजना (agneepath scheme 2022) के खिलाफ नौजवानों में गुस्सा भड़क उठा है। युवा सड़कों पर उतरकर देश में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन कर योजना को वापस लेने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि सरकार को इस योजना को कृषि कानूनों की तरह वापस लेना पड़ेगा। 

मोदी सरकार को लिया आड़े हाथों 

जिसके बाद विपक्ष लगातार मोदी सरकार (modi government) पर हावी होता जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने अग्निपथ में होने वाली भर्तियों को लेकर गंभीर आशंका व्यक्त की है। सीएम बघेल (cm bhupesh baghel) का कहना है कि एक तरफ 2 साल से सेना में भर्तियां बंद है तो वही दूसरी तरफ केवल 4 साल के लिए भर्तियां कर रहे हैं। सीएम बघेल ने केंद्र सरकार (central government) पर देश के युवाओं का भविष्य और सीमाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का गंभीर आरोप लगाया है।

4 साल के बाद किस दिशा में जाएंगे युवा? 

सीएम बघेल (cm baghel) का यह भी आरोप है कि जो जवान 4 साल हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेकर आएंगे और वह वापस आकर अगर उन्हें नौकरी नहीं मिली तो वह किस दिशा में जा सकते हैं। कहीं वह इकट्ठे होकर अपने गांव शहर प्रदेश को नुकसान ना पहुंचाएं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सेना से ट्रेनिंग लेकर बंदूक चलाना सीखकर आया जवान अगर बेरोजगार हो जाएगा तो वह किस दिशा में जाएगा?   

बदले की भावना के तहत काम कर रही है बीजेपी: भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (bhupesh baghel) ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार को अपने निशाने में लिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (rajasthan cm ashok gehlot) के भाई के घर CBI के छापे को लेकर उन्होंने इसे बदले की राजनीति करार दिया है। वहीं उन्होंने आगे कहा पिछले 8 सालों में एक भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के ऊपर भ्रष्टाचार और घोटले को लेकर एक भी कार्रवाई नहीं हुई है। इसका मतलब सरकारी एजेंसी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है।

भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि कहीं ना कहीं सरकारी एजेंसियों (government agencies) का दुरुपयोग किया जा रहा है। जितने भी सरकारी एजेंसियां हैं, उसे स्वतंत्र पूर्वक काम करने देना चाहिएl लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।  

 


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News Editor

Devendra Singh

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