'...तू जी ऐ दिल जमाने के लिए,' गुनगुनाकर सीएम डॉ. यादव ने की विकास की बात, किसान कल्याण पर है फोकस
Monday, May 26, 2025-06:13 PM (IST)

नरसिंहपुर/भोपाल : मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में 26 मई को आयोजित कृषि उद्योग समागम-2025 के तहत खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों का सम्मेलन भी हुआ। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी प्रतिबद्धता को देखकर देश के कई उद्योगपति प्रदेश में निवेश की इच्छा लेकर आए हैं। भोपाल में जब ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (GIS) आयोजित की गई तो उसमें भारत के अलावा 65 देशों के निवेशकों ने हिस्सा लिया। हमारे देश और प्रदेश में दौलत-शौहरत और अच्छे काम के मुहूर्त की कभी कमी नहीं रही। कमी हमारी व्यवस्थाओं के संचालन में रही है। धन की कमी भारत में कभी नहीं रही इसलिए इसे हमेशा सोने की चिड़िया कहा जाता था। लेकिन, कोई भी इस सोने की चिड़िया का शिकार कर लेता था। अब जमाना लॉयन का है और हमारे बीच लॉयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने उद्यमियों के बीच सबकी बेहतरी के लिए एक गीत भी गुनगुनाया, 'अपने लिए जीए तो क्या जीए..., तू जी ऐ दिल जमाने के लिए।'
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसानों के लिए केवल नरसिंहपुर ही नहीं, पूरे प्रदेश के अंदर चार मेले लग रहे हैं। हम इनके आधार पर निवेश को प्रेरित करेंगे, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी। हमारी एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट बहुत जबरदस्त है। साल 2002-03 तक हमारे यहां 7 लाख हेक्टेयर की सिंचाई होती थी। साल 2002-03 तक इसकी एग्रीकल्चरल ग्रोथ रेट 0.007 थी। मुझे इस बात की प्रसन्नता है आज हम 12% से भी तेज गति से जा रहे हैं। यह बदलते दौर का मध्य प्रदेश है। किसानों की जिंदगी बेहतर करने के लिए हम माइनिंग और रेडीमेड पर फोकस कर रहे हैं। हमारी कई ऐसी फसलें जो पानी लगने से खराब हो जाती हैं, उनका इस्तेमाल इथेनॉल में किया जा सकता है। हम इसका व्यापार कर सकते हैं।
हजारों रोजगारों का सृजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि फरवरी 2025 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद अब तक 46 औद्योगिक ईकाइयों को 1744 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इनमें शामिल पंतजलि इंडस्ट्री को रीवा में 433 एकड़, अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को सीधी में 264 एकड़ और बीईएमएल को गौहरगंज के पास 168 एकड़ जमीन दी गई है। आज नरसिंहपुर में 153.38 करोड़ लागत की 14 इकाइयों का लोकार्पण हुआ है, इससे 1004 लोगों को रोजगार मिलेगा। लगभग 475 करोड़ लागत की 16 इकाइयों का भूमि-पूजन भी हुआ है। वहीं, 15 निवेशकों को 2386 करोड़ निवेश के आशय पत्र दिए गए, जिससे 2651 रोजगार सृजित होंगे। इस प्रकार से कुल 53 कृषि आधारित औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से 4376.30 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ और इससे 6164 लोगों को रोजगार मिलेगा।
गन्ना किसानों को सरकार देगी स्प्रिंकलर-मशीनरी का लाभ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा की है कि गन्ना उत्पादक किसानों को सरकारी योजनानुसार स्प्रिंकलर प्रदान किए जाएंगे एवं सरकार उन्हें सिंचाई में कम पानी उपयोग के लिए प्रोत्साहित करेगी। साथ ही उन्होंने गन्ना खेती में उपयोग होने वाली मशीनरी का लक्ष्य बढ़ाकर किसानों को नवीन तकनीक का लाभ देने की बात कही। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। यह तभी संभव है जब उद्यमों के माध्यम से किसानों को उपज का सही दाम मिलेगा। जब किसानों और युवाओं को रोजगार दिलाने की बात आती है तो विशेष कार्यक्रम आयोजित कर कठिनाइयां दूर की जाती हैं। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में हर राज्य के निवेशकों का मध्य प्रदेश में स्वागत है। उद्योगपति होना सौभाग्य है। वह कई लोगों को रोजगार प्रदान कर उनका परिवार चलाने उपक्रम है।
सबको मिलकर चलना होगा
सीएम डॉ. यादव ने खाद्य प्रसंस्सकरण उद्यमियों से कहा कि किसान की आय तब बढ़ेगी जब आपके माध्यम से उनको उत्पादन की उचित कीमत मिलेगी। आपकी फूड प्रोसेसिंग इकाई में उनकी फसल आपके पास आ जाएगी। आप ठीक से उत्पादन करके उसे आगे बढ़ाएंगे। इससे न केवल आपकी आमदनी बढ़ेगी, बल्कि बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश भी आगे बढ़े और आप सबके माध्यम से हमारा देश भी आगे बढ़े। आदमी के पास अगर धन है तो वह अपनी उद्यमशीलता के बलबूते कई लोगों को रोजगार दे सकता है। जरूरतमंद की मदद करना वास्तव में मानवीय कार्य है। किसी ने गाना लिखा है, 'अपने लिए जीए तो क्या जीए..., तू जी ऐ दिल जमाने के लिए।