CM मोहन ने बेंगलुरु में BEML मेट्रो कोच निर्माण इकाई से 2100वें मेट्रो कोच को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

Wednesday, May 14, 2025-06:38 PM (IST)

बेंगलुरु। बीईएमएल लिमिटेड ने बुधवार को अपने बेंगलुरु स्थित अत्याधुनिक रेल कोच निर्माण संयंत्र से 2100वां मेट्रो कोच सफलतापूर्वक रवाना कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेट्रो कोच को हरी झंडी दिखाई और बीईएमएल के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) शांतनु रॉय को रायसेन जिले के उमरिया में नई रोलिंग स्टॉक निर्माण ईकाई स्थापित करने के लिए भूमि आवंटन पत्र भी सौंपा। इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार, म.प्र. औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) और बीईएमएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य सरकार ने इस नई ईकाई के लिए 60.063 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है, जहां भविष्य के रेलवे और शहरी परिवहन परियोजनाओं के लिए रोलिंग स्टॉक और मेट्रो कोच का निर्माण होगा। यह रणनीतिक विस्तार बीईएमएल की विनिर्माण क्षमताओं को और सशक्त करेगा, साथ ही क्षेत्रीय औद्योगिक विकास और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराएगा। 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि यह क्षण न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक गौरव का अवसर है। बीईएमएल का 2100वां मेट्रो कोच भारत की उन्नत विनिर्माण क्षमताओं को दर्शाता है। साथ ही आत्मनिर्भर तकनीक और नवाचार की दिशा में हमारी मजबूत प्रगति को भी रेखांकित करता है। रायसेन में प्रस्तावित नई ईकाई से प्रदेश की औद्योगिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और स्थानीय युवाओं, समुदायों तथा MSMEs के लिए नए अवसर प्रदान करेगी।

PunjabKesariइस अवसर पर बीईएमएल के CMD  रॉय ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आभारी हैं, जिन्होंने हमारी कंपनी पर भरोसा जताते हुए भूमि आवंटन की स्वीकृति प्रदान की। 2100वां मेट्रो कोच हमारे सतत नवाचार, गुणवत्ता और आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। रायसेन में नई ईकाई की स्थापना से देश में रेल और मेट्रो इंफ्रास्ट्रक्चर को नई गति मिलेगी और वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रोडक्ट तैयार किए जा सकेंगे। 

यह कोच MMRDA के लिए DMRC के माध्यम से निर्मित किया गया है और यह Grade of Automation 4 (GoA4) मानकों पर आधारित पूर्णतः चालक-रहित (अनअटेंडेट ट्रेन ऑपरेशन) प्रणाली से लैस है। इसमें भारत का पहला ‘ऑनबोर्ड कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम’ भी शामिल है, जो 5 उच्च तकनीकी मॉड्यूल के जरिए वास्तविक समय में निगरानी करता है।  
- रेल ट्रैक की स्थिति
- ओवरहेड उपकरण (OHE)
- पैंटोग्राफ-OHE अंतःक्रिया
- आर्क डिटेक्शन
- रेल प्रोफाइल एनालिसिस 

ये सभी सुविधाएं स्मार्ट मेंटेनेंस और दूरस्थ निदान की क्षमता देती हैं, जिससे परिचालन कुशलता और सुरक्षा दोनों में वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त, कोच में आधुनिक यात्री सुविधाएं जैसे कि एर्गोनॉमिक इंटीरियर, गतिशील रूट मैप, CCTV, डिजिटल फायर डिटेक्शन, उन्नत वातानुकूलित सिस्टम और यहां तक कि साइकिल स्टैंड भी शामिल हैं।
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बीईएमएल के बारे में

बीईएमएल लिमिटेड, रक्षा मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख ‘श्रेणी-A’ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है, जो रक्षा, खनन, निर्माण और रेल क्षेत्रों में विश्वस्तरीय उत्पाद प्रदान करता है। कंपनी की विनिर्माण ईकाइयां बेंगलुरु, कोलार गोल्ड फील्ड्स (KGF), मैसूर और पालक्काड में स्थित हैं। छह दशकों की विरासत के साथ, बीईएमएल तकनीकी उत्कृष्टता, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बीईएमएल की मेट्रो यात्रा की शुरुआत 2000 के दशक की शुरुआत में DMRC के RS1 प्रोजेक्ट से हुई थी। आज बीईएमएल निर्मित मेट्रो कोच दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, मुंबई सहित अनेक शहरों में लाखों यात्री इनमें यात्रा कर रहे हैं।


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Content Editor

Himansh sharma

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