नया जिला सारंगढ-बिलाईगढ़ से उपजा सियासी समीकरण, जानिये इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने क्या कहा?

Friday, Sep 09, 2022-02:17 PM (IST)

रायगढ़ (पुनीराम रजक): रायगढ जिले से अलग होकर बने सारंगढ-बिलाईगढ़ जिला (Sarangarh-Bilaigarh district) को लेकर अब नया सियासी समीकरण बन रहा है। इसे लेकर कांग्रेस और भाजपा (congress and bjp) दोनों ही दल सियासी नफे- नुकसान को लेकर दावा ठोक रही है। रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 56 बूथों के तकरीबन 30 हजार मतदाता अब नए जिले सारंगढ़ के निवासी हो गए हैं। खास बात ये है कि रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक का गृह जिला रायगढ़ से सरिया बरमकेला अलग हो गया है। यह पूरा क्षेत्र कांग्रेस का मजबूत वोट बैंक था। ऐसे में नए जिला बनने के बाद कांग्रेस, सारंगढ़ और रायगढ़ दोनों ही विधानसभा में सियासी नफे का ताल ठोक रही है।

भाजपा इसे लेकर कांग्रेस पर जनभावना से खिलवाड़ करने का तंज कस रही है। भाजपा (bjp) का कहना है कि सरिया बरमकेला इलाके के लोगों ने नए जिले के गठन के दिन जिस तरह से विरोध किया था। उससे ये साफ हो गया है कि एक बड़े समूह में इस फैसले से नाराजगी है। ऐसे में भाजपा को इसका फायदा मिलेगा, कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है

दरअसल बीते 3 सितंबर को सारंगढ़ जिला 30वें जिले के रुप में रायगढ़ से अलग होकर अस्तित्व में आ गया है। जिला अलग होते ही रायगढ़ जिले का सरिया बरमकेला क्षेत्र भी अब सारंगढ का हिस्सा हो गया है। इस इलाके के लोग लगातार नए जिले का विरोध कर रहे थे। विरोध के बावजूद ये क्षेत्र अब सारंगढ जिले में शामिल कर लिया गया है। ऐसे में इस क्षेत्र के 30 हजार मतदाता अब सारंगढ़ जिले के मतदाता हो गए हैं। कांग्रेस इन वोटरों को पार्टी का परंपरागत वोटर मानती है। ऐसे में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है।

इधर भाजपा इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर रही है। भाजपा का कहना है कि जिला गठन के दिन जिस तरह से सरिया बरमकेला क्षेत्र में लोगों ने पुतला दहन कर विरोध किया है उससे ये अंदाज लगाया जा सकता है कि इस फैसले से लोगों में कितनी नाराजगी है। कांग्रेस ने जनभावनाओं के प्रतिकूल जिला गठन किया है जिसका खामियाजा कांग्रेस को अगले चुनाव में उठाना पड़ेगा। सरिया बरमकेला क्षेत्र के मतदाता कांग्रेस के खिलाफ और भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे। नये जिले के गठन में कांग्रेस ने जिस तरह की राजनीति की है, उससे सरिया, बरमकेला क्षेत्र के लोगों में खासी नाराजगी है। इसका सीधा लाभ भाजपा को होगा, कांग्रेस और रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक को नुकसान उठाना पड़ेगा।

इधर कांग्रेस का कहना है कि जिला बदलने से कांग्रेस को इसका नुकसान नहीं होगा। नए जिले के गठन के दिन जिस तरह से जिले भर में खुशी की लहर थी वो ये बताने के लिए काफी है कि लोगों ने ऩए जिले के फैसले का स्वागत किया है। भाजपा बेवजह इसे मुद्दा बनाकर दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि यदि जनभावना के अनुरूप काम हुआ होगा तो फायदा तो कांग्रेस को मिलेगा। जो कहा था वो कर दिखाया है और इस विश्वास का लाभ अगले चुनाव में कांग्रेस को मिलेगा। 
 


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News Editor

Devendra Singh

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