MP के बड़वानी में मिले डायनासोर के अंडे, 50 से 60 करोड़ साल पुराने हो सकते हैं अंडे

2/12/2022 1:05:10 PM

बड़वानी (संदीप कुशवाह): मानव से पहले धरती पर डायनासोर का ही राज था। लेकिन बहुत पहले ही डायनासोर धरती से गायब हो चुके हैं. अभी भी कहीं न कहीं उनके जीवाश्म मिल जाते हैं. मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा विकासखंड की वरला तहसील के जंगल में अंडाकार 10 चट्टानें खोजी गई हैं. पुरातत्वविद ने दावा किया है कि यह डायनासोर के अंडे हो सकते हैं, साथ ही यह अंडे एक करोड़ साल पुराने भी हो सकते हैं। बड़वानी के सेंधवा वन मण्डल की वरला वन रेंज में डायनासोर के जीवाश्म जांच के बाद पाया गए। डायनासोर के अंडे लगभग 50 से 60 लाख करोड़ साल पुराने बताये जा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार और भी अंडे मिलने की संभावना है। 

डायनासोर के जीवाश्म की पुष्टी 

बड़वानी जिले के सेंधवा वन मंडल अंतर्गत वरला रेंज में डायनासोर के अंडे मिलने की पुष्टि हुई है। दरअसल एक पहाड़ी क्षेत्र में पौधारोपण के दौरान और अतिक्रमण कार्य को रोकने के लिए खंती खोदी दी गई थी। जिसमें से जमीन में से निकला मटेरियल वही रखा था। 2 साल पहले वनरक्षक बद्रीलाल तरौले की पोस्टिंग उसी क्षेत्र में हुई थी और उनका दावा है कि मेरे द्वारा इन्हें देखा गया तो प्रथम दृष्टियता ही मुझे लग गया कि यह डायनासोर के जीवाश्म हो सकते हैं। क्योंकि मैंने पहले दूसरे स्थानों पर डायनासोर के जीवाश्म देखे थे। मेरे द्वारा अधिकारियों को सूचना दी गई और अधिकारियों ने इसे जांच के लिए भेजा ओर अब पुष्टि हुई है कि यह डायनासोर के अंडे ही हैं।

जहां से अंडे मिले उसे किया जाएगा संरक्षित 

वहीं इस क्षेत्र के पुरातत्व विभाग की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया था। टीम की ओर से मौके पर पहुंचकर स्थिति भी देखी गई। वन विभाग के एसडीओ का कहना है, जो सैंपल कलेक्ट किए गए थे। उनके डायनासोर के जीवाश्म अंडे होने की पुष्टि हो चुकी है और लगभग 50 से 60 लाख वर्ष पूर्व के बताए जा रहे हैं। उनका दावा है कि पुरातत्व विभाग की टीम ने बताया है कि यहां पर और भी अंडे होने की संभावना है। हमने संबंधित स्टाफ को निर्देश दिया है कि उस क्षेत्र को संरक्षित करें।

वहीं पुरातत्वविद इंदौर जोन के डॉ. डीपी पांडे के अनुसार एक साल पहले सेंधवा वन विभाग के डीएफओ ने हमारे पास जांच के लिए भेजा था। जो वाकई डायनासोर के अंडे हैं और लाखों करोड़ों साल पुराने हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Devendra Singh

Recommended News

Related News