कोरोना वायरस की MP में एंट्री, चीन से 14 दिन पहले लौटा युवक मां समेत अस्पताल में भर्ती
Tuesday, Jan 28, 2020-04:21 PM (IST)

उज्जैन (गौरव कंछल): चीन में फैले कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मरीज मध्य प्रदेश में उज्जैन जिले में मिले हैं। पीड़ित मां- बेटे को माधवनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों मरीजों को सर्दी जुकाम हैं।बताया जा रहा है कि जुकाम से पीड़ित बेटा कुछ दिन पहले चीन से लौटा है। जब इस बात की जानकारी डॉक्टर को लगी तो उन्होंने वायरस की चपेट में होने की आशंका से उसे विशेष स्वाइन फ्लू वार्ड में भर्ती कराया। कोरोना वायरस के बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अलर्ट जारी किया है।
सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल के अनुसार मरीज चीन के बुहान शहर में पढ़ाई कर रहा है। 13 जनवरी को वह उज्जैन लौटा। इसके बाद उसे सर्दी-जुकाम हो गया। आशंका है कि कहीं वह कोरोना वायरस की चपेट में न आए गए हो।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरसों का एक ऐसा बड़ा समूह है जो जानवरों में आमतौर पर पाया जाता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDS) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (MERS) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (SARS) से काफी मिलती जुलती है।
कैसे फैलता है?
WHO के अनुसार, कोरोना वायरस एक जूनोटिक है। जो जानवरों को खाने से मनुष्य में पहुंचता है। यह वायरस जानवरों से मनुष्यों तक और अब मनुष्य से मनुष्य में फैल रहा है। कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से, खांसी, छींक या हाथ मिलाना के जरिए स्वस्थ व्यक्ति में फैल जाता है। इतना ही नहीं संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।
लक्षण
तेजी से नाक बहना, खांसी, गले में खराश, हल्का सिरदर्द और बुखार शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है। यह वायरस ज्यादातर कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए ज्य़ादा घातक है। बुजुर्ग और बच्चे इसके आसानी से शिकार होते हैं। इसके अलावा निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हो सकते हैं।
उपचार
बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस का फिलहाल कोई इलाज नहीं है सिर्फ सावधानी ही बचाव है। किसी बीमार, झुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।
बता दें कि चीन में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। वहां के वुहान शहर में इस वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।