लहसून-प्याज के दाम बढ़ने से किसान खुश, आमआदमी परेशान
Sunday, Aug 25, 2019-11:52 AM (IST)

नीमच: प्याज उत्पादन में नीमच जिला एमपी में अव्वल माना जाता है। नीमच जिले में लहसून का भाव 80 से 100 रुपए किलो और प्याज का भाव 40 से 50 रुपए किलो हो चुका है जिससे किसान काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। वहीं आसमान छूते भावों की वजह से आम आमदी के आंसू निकल रहे हैं।
लहसून-प्याज के दामों ने बिगाड़ा जायका
नीमच में जहां सबसे ज्यादा लहसून और प्याज पैदा होता है, वहीं आज यहां के बाज़ारों में लहसून और प्याज का भाव आसमान छू रहा है। आज लहसून का भाव 80 से 100 रूपए किलो और प्याज 40 से 50 रूपए किलो पहुंच चुका है। लहसून-प्याज के इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता फातेमा नज़मी कहती हैं कि बाज़ार का यह अप एन्ड डाउन समझ से परे है। कल यही प्याज और लहसून का भाव 50 पैसे से 2 रूपए किलो था। कहीं कहीं तो किसानों ने इसे बेचने की जगह मवेशियों को खिलाया लेकिन आज इसके आसमान छूते भावों ने आम आदमी को खून के आंसू रुला दिया है। सब्जी का ज़ायका बनाने वाले लहसून और प्याज के ऊंचे दामों ने जायका बिगाड़ दिया है।
भाव बढ़ने से किसान खुश
लहसून और प्याज के ऊंचे दामों से किसान खुश हैं। किसान रामप्रताप कहते है अभी लहसुन और प्याज के भाव काफी अच्छे मिल रहे हैं। पहले लहसून दो तीन हजार रुपये क्विंटल ही बिक रही थी लेकिन अभी 10 हजार रूपए क्विंटल के लगभग बिक रही है जो किसानों के लिए ख़ुशी की बात है।
बारिश के कारण बढ़े दाम
वहीं, लहसून व्यापारी कमलेश मंत्री से बात की तो उन्होंने कहा लहसून और प्याज के ऊंचे दाम लगातार हो रही बारिश के कारण हैं, क्योंकि अभी मंडी में आवक कम है। वहीं लगातार बारिश से प्याज की फसलें गल गई हैं जिसके चलते भावों में तेजी आ गई है। आपको बता दें की नीमच जिले में हर साल करीब 34-35 हज़ार हेक्टेयर लहसून और करीब 3 हज़ार 500 हेक्टेयर में प्याज की बुवाई होती है।