दिग्विजय सिंह बोले- मैं खादी धारी था, हूं और रहूंगा..आचार्य विद्यासागर के सच्चे अनुयायी भी सदैव हथकरघा से बने कपड़े ही पहनें
Thursday, Feb 06, 2025-06:46 PM (IST)
गुना (मिस्बाह नूर) : पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भोपाल स्थित मध्यप्रदेश विधानसभा परिसर में संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर के समाधि स्मृति दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आचार्य विद्यासागर का व्यक्तित्व अद्भुत था और उन्हें कई बार उनके सान्निध्य में ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिला। उन्होंने महात्मा गांधी की तरह न केवल अपने विचारों और वचनों से बल्कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए। विशेष रूप से बच्चियों की शिक्षा और गरीब तबके के बच्चों के लिए उन्होंने कई शिक्षण संस्थान स्थापित किए, जिससे समाज के वंचित वर्ग को बेहतर शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आचार्य विद्यासागर का सबसे बड़ा योगदान हथकरघा उद्योग के पुनर्जागरण में है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिला। उन्होंने आह्वान किया कि जो भी आचार्य के सच्चे अनुयायी हैं, वे संकल्प लें कि सदैव हाथ से काते गए धागे से बने हथकरघा वस्त्र ही पहनेंगे। उन्होंने खुद को 'खादी धारी' बताते हुए कहा कि वे आजीवन इसी परंपरा का पालन करते रहेंगे।