कोरोना में सबकुछ बंद फिर 6 हजार कन्यादान और 30 हजार करोड़ का भुगतान कैसे हो गया? BJP विधायक के सवालों से घिरी सरकार
Thursday, Dec 23, 2021-12:14 PM (IST)

भोपाल: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरता नजर आ रहा है। लेकिन माहौल तब गरमा गया जब सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने अपनी ही सरकार पर कन्या योजना को लेकर सवाल खड़े किए। विधायक ने सरकार पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कोरोना काल में जब सब-कुछ बंद था, तब सिरोंज जनपद में सरकारी योजना के तहत 6 हजार कन्यादान के लिए 51-51 हजार रुपए स्वीकृत किए गए। यह राशि भवन व अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की बेटियों को विवाह सहायता के नाम से निकाली गई। लेकिन इस पर भ्रष्ट पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के विरूद्ध कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
सिरोंज विधायक ने प्रश्नकाल में सवाल खड़े किए और पूछा कि जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के विरुद्ध एक साल से कार्रवाई नहीं की गई है। जवाब में श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सिरोंज जनपद पंचायतों में विवाह सहायता योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। विदिशा जिला पंचायत के सीईओ ने जवाहर सिंह और गोविंद सिंह की शिकायत पर जांच कराकर रिपोर्ट दे दी है। जांच में पता चला है कि विवाह पहले हो गए थे लेकिन पंजीयन बाद में कराया गया, जो नियमानुसार गलत है। इसलिए कार्रवाई की जा रही है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत राज्य स्तर से जांच कराने के निर्देश दिए।
दोनों पक्षों को सुनने के बाद विस अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में 6 हजार विवाह कैसे हो गए और बड़ी बात यह कि 30 करोड़ रुपए का भुगतान भी कैसे हो गया? मामले में साफ है कि इसमें भ्रष्टाचार हुआ है। 20-20 हजार रुपए की रिश्वत ली गई है। इसलिए राज्य स्तर से जांच कराई जाए। इसके बात शर्मा ने फिर से अपील की कि सीईओ को वहां से हटाकर और निलंबित करके जांच होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो भ्रष्टाचार यूं ही चलता रहेगा।