गुंडे, बदमाश, माफिया हिस्ट्रीशीटर पर IPS सिद्धार्थ ने किया प्रहार, ना चला कोई पैसा ना कोई दबाव

3/28/2023 5:05:55 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी): 2010 बैच के आईपीएस ऑफिसर सिद्धार्थ बहुगुणा का तबादला 3 साल के स्वर्णिम जबलपुर के कार्यकाल के बाद रतलाम एसपी के रूप में हो गया है। लेकिन इन 3 सालों में सिद्धार्थ बहुगुणा ने जबलपुर एसपी रहते हुए जो कारनामा किया। वह आम जनता काफी लंबे अरसे तक याद रखेगी। आईपीएस सिद्धार्थ बहुगुणा ने जबलपुर में ऐसी कार्यवाही की जिसमें बड़े बड़े अफसर पीछे रह गए। जहां पर कहा जाता था कि यहां पर तो कार्यवाही कोई अफसर कर ही नहीं सकता वहां पर भी सिद्धार्थ बहुगुणा ने ताबड़तोड़ एक्शन ले कर दिखाया। सिद्धार्थ बहुगुणा के सामने ना तो करोड़ों की माया चली ना किसी प्रकार का दबाव। जब अपराधियों पर कार्यवाही करने की बात आई तो सिद्धार्थ बहुगुणा ने आगे पीछे कुछ भी नहीं देखा सिर्फ और सिर्फ सिद्धार्थ के मन में अपराध के खात्मे का ही संकल्प रहा। साल 2020 में जब घनघोर कोरोना छाया हुआ था और चारों तरफ से भय का माहौल था। उस वक्त में सिद्धार्थ बहुगुणा ने जबलपुर की बागडोर संभाली थी। पहले कोरोना पर लगाम लगाने के लिए अपने संपूर्ण स्टाफ को जमीन पर झोंक दिया। लेकिन सिद्धार्थ बहुगुणा के सामने चुनौतियां कम नहीं थी। कोरोना को कंट्रोल करने के बाद उन्होंने जबलपुर में अपराधियों पर लगाम लगानी शुरू कर दी और ऐसे ऐसे हिस्ट्रीशीटर और माफियाओं पर कार्यवाही की जहां पर लोग बोलते थे कि यहां पर कार्यवाही होना तो नामुमकिन है।

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गज्जू सोनकर के साम्राज्य को किया ध्वस्त

जबलपुर भान तलैया इलाके में गज्जू सोनकर नाम के कांग्रेसी नेता सबसे बड़ा जुए का फड़ चलाते थे। दर्जनों एसपी जबलपुर से आए और चले गए लेकिन गज्जू सोनकर के ठिकाने पर कोई ना पहुंच पाया लेकिन सिद्धार्थ ने इस बड़े जुए के फड़ पर छापा मारा और पूरे ठिकाने को नेस्तनाबूद करा दिया। उसके बाद एनएसए के तहत भी गज्जू सोनकर को जेल भेज दिया गया, हथियारों का भारी जखीरा यहां पर बरामद हुआ था। लोग कहते हैं कि यहां पर कोई भी कार्यवाही नहीं कर पाता था जबकि ठिकाने के बारे में सबको जानकारी थी ऐसे में सिद्धार्थ बहुगुणा ने यह बड़ा कारनामा भी यहां करके दिखा दिया।

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हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के ठिकाने को भी किया ध्वस्त

जबलपुर में हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के नाम से लोग सहम जाते थे। सफेदपोश अपराधी इतना खतरनाक था कि जो भी उसके खिलाफ बोलता वह फिर आगे बोल ही ना पाता। इस खतरनाक हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रजाक के घर पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने टीम को भेजकर बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। यहां पर भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए यह एक बहुत बड़ी कार्यवाही थी जो इसके पहले कोई भी अफसर न कर पाया था लिहाजा जबलपुर में यह इतिहास में कार्यवाही दर्ज हो गई।

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गोराबाजार की लूट, मेखला रिसोर्ट का हत्याकांड भी सुलझाया

जबलपुर एसपी रहते हुए सिद्धार्थ बहुगुणा ने गोरा बाजार की वह लूट भी सुलझाई जिसमें कि एटीएम में लूट की गई थी और लुटेरे बेहद शातिर थे इसमें करीब 10 दिन तक पुलिस ने मेहनत की और लुटेरों को पकड़ा। यह बेहद सनसनीखेज वारदात थी और देशभर में सुर्खियों में थी लेकिन दिन रात एक कर के एसपी सिद्धार्थ और उनकी टीम ने इस लूट को भी ट्रैक किया और बड़ा खुलासा किया। इसके बाद अगर बात की जाए तो मेखला रिसोर्ट में एक सनकी आशिक ने हत्याकांड को अंजाम दिया जिसने अपनी प्रेमिका को ही मौत के घाट उतार दिया और वीडियो वायरल कर दिया गया। यह बेहद सनसनीखेज वारदात थी। इसको भी सिद्धार्थ ने ट्रैक किया इसके बाद अगर बात जबलपुर की मुख्य समस्या के बारे में की जाए तो यहां पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से चाइनीस चाकू आ रहे थे जो कि लोगों द्वारा मंगाए जा रहे थे इस पर भी बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया और हजारों की तादाद में चाकू न केवल जब्त किए गए बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को भी जबलपुर की सूची से अलग करवा दिया गया। यह वह कारनामे थे जिन्हें जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने अपने कार्यकाल के दौरान पूर्ण किया। अपनी टीम के साथ दिन-रात एक करने वाले सिद्धार्थ बहुगुणा कभी किसी राजनीतिक दबाव में भी नहीं आए और इनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार भी निकल कर सामने नहीं आया। एक पारदर्शिता के साथ वे काम करते रहे हैं अपने शांत स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले सिद्धार्थ बहुगुणा अपराधियों के खिलाफ बेहद सख्त रहते थे किसी भी तरह से अपराधियों का इन्होंने सपोर्ट कहीं पर भी नहीं किया शायद यही वजह है कि वे कभी विवादों में नहीं रहे।

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बेहद ईमानदार छवि के रूप में रही पहचान

आमतौर पर देखा जाता है कि जिले में ट्रांसफर पोस्टिंग में लेनदेन की खबरें अक्सर सामने आ जाती हैं लेकिन एसपी जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा के कार्यकाल में कभी भी ऐसी खबरें नहीं आई। ना किसी फरियादी ने कोई लेनदेन की शिकायत की। अनुशासन के साथ उन्होंने अपने स्टाफ को कार्य करना सिखाया और स्वयं भी बेहद अनुशासित ढंग से वे कार्य करते रहे। एक ईमानदार अफसर की छवि सदैव उनमें दिखी यही वजह है कि स्टाफ का पूर्ण सहयोग उनको अपने कार्यकाल के दौरान मिला अपने स्टाफ को भी फ्री हैंड छोड़ते थे और फ्री हैंड काम करने देते थे शायद यही वजह थी कि जबलपुर में उनके कार्यकाल के दौरान जितने भी घटनाएं सामने आई उन सभी घटनाओं को सुलझा लिया गया। जाते-जाते शहपुरा में एक मासूम बच्ची के साथ रेप की घटना को भी सुलझा कर गए यानी कहा जाए तो जितने भी केसेस थे वह सिद्धार्थ ने अपने कार्यकाल के सुलझा लिए और अपनी अगली पोस्टिंग रतलाम के लिए रवाना हो गए। सिद्धार्थ बहुगुणा अपने व्यवहार कुशलता के लिए भी पहचाने जाते हैं जनता के बीच उनकी छवि बेहद अच्छी रही चाहे व्हाट्सएप में कोई मैसेज आता हो या कोई ऑफिस में उनके सामने शिकायतकर्ता हो उसमें वे तत्काल एक्शन लेते थे। एसपी जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि जबलपुर की जनता ने, जबलपुर के स्टाफ ने मुझे पूर्ण सहयोग किया मीडिया का पूर्ण सहयोग मिला इसलिए मैं अपना यह कार्यकाल बहुत ही अच्छे ढंग से पूर्ण कर पाया। जबलपुर मुझे हमेशा याद रहेगा और इसे मैं अपने दिल में रखूंगा।


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Content Writer

meena

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